नई दिल्ली। इंटरनेट के उपयोग में हो रही बढोतरी के बावजूद देश के अधिकांश अभिभावन अपने बच्चे की ऑनलाइन सुरक्षा को लेकर अभी भी अनभिज्ञ हैं। पुरानी वस्तुओं की खरीद बेच प्लेटफॉर्म ओएलएक्स इंडिया द्बारा हाल ही में कराए गए सर्वेक्षण में यह खुलासा हुआ है। इस सर्वेक्षण में बेंगलुरु, चेन्नई, दिल्ली, हैदराबाद, कोलकाता, मुंबई और पुणे के 4000 अभिभावक शामिल हुए। इसमें से 55 प्रतिशत माता-पिता को यह भी पता नहीं है कि वे स्वयं को कैसे ऑनलाइन सुरक्षित रख सकते हैं। ऐसे में वे अपने बच्चों को ऑनलाइन सुरक्षा सुनिश्चित करने में असमर्थता जताई।
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इसमें शामिल 61 प्रतिशत ने कहा कि उन्हें अपने बच्चों को ऑनलाइन सुरक्षित रखने की जानकारी है। सर्वे में शामिल 56 प्रतिशत ने कहा कि वे अपने बच्चों के साथ समय बिताने को प्राथमिकता देते हैं लेकिन समयाभाव के कारण वे घर के अंदर ही समय व्यतीत कर पाते हैं। कंपनी की वरिष्ठ अधिकारी आकांक्षा धमीजा ने इस रिपोर्ट को जारी करते हुए कहा कि डिजिटल साक्षरता समय की आवश्यकता है। माता-पिता आमतौर पर बच्चों के लिए विशेषकर छोटी उम्र में जानकारी के प्राथमिक स्रोत होते हैं।
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जिस प्रकार माता-पिता खुद को ऑनलाइन संचालित करते हैं यह काफी हद तक इंटरनेट उपयोगकर्ताओं की अगली पीढ़ी को प्रभावित करता है। कभी कभी विकसित होने वाले साइबर खतरों के साथ डिजिटल साक्षरता एक कौशल होना चाहिए जिसकी जानकारी माता-पिता को अपने बच्चों को देनी चाहिए और उन्हें विकसित करना चाहिए। -एजेंसी
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