नई दिल्ली। सरकार ने सोमवार को बताया कि भारतीय राष्ट्रीय अभिलेखागार (एनएआई) ने नेताजी सुभाष चंद्र बोस से जुड़ी गोपनीय फाइलों को डिजिटल स्वरूप प्रदान करके वेबसाइट पर डाल दिया है और एनएआई के समस्त रिकॉर्डों को डिजिटल स्वरूप प्रदान करने की प्रक्रिया चल रही है जिसका पहला चरण अगले साल मार्च तक पूरा होने की संभावना है।
संस्कृति मंत्री महेश शर्मा ने लोकसभा में प्रश्नकाल में बताया कि नेताजी सुभाष चंद्र बोस से संबंधित 303 गोपनीय फाइलों को डिजिटल स्वरूप प्रदान करने का काम पूरा कर लिया गया है और ये वेबसाइट ‘डब्ल्यूडब्ल्यूडब्ल्यू डॉट नेताजीपेपर्स डॉट जीओवी डॉट इन’ पर उपलब्ध हैं।
उन्होंने अभिलेखागार के अन्य समस्त रिकॉर्ड के संबंध में राहुल शेवाले, भर्तृहरि महताब, संजय दहोत्रे और सत्यपाल सिंह के प्रश्न के लिखित उत्तर में बताया कि पहले चरण में 11 लाख पन्नों की डिजिटल तस्वीर लेने और व्यक्तिगत कागजात के लिए वेब आधारित टूल विकसित करने की परियोजना को लिया गया है जिसे मार्च, 2017 तक पूरा किया जा सकता है।
शर्मा के अनुसार भारतीय राष्ट्रीय अभिलेखागार के पुस्तकालय में उपलब्ध महत्वपूर्ण और दुर्लभ प्रकाशनों को डिजिटल करने का काम पूरा कर लिया गया है।
उन्होंने कहा कि सभी रिकॉर्डों को डिजिटल स्वरूप प्रदान करने का व्यापक प्रस्ताव विचाराधीन है।