जम्मू। जम्मू कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री एवं नेशनल कांफ्रेंस के कार्यकारी अध्यक्ष उमर अब्दुल्ला ने आज कहा कि कश्मीरी युवा 500 और 1000 के नोट के लिए नहीं मरते हैं।
रक्षा मंत्री मनोहर पर्रिकर के विमुद्रीकरण से कश्मीर की स्थिति पर सकारात्मक प्रभाव पडऩे के संदर्भ में श्री अब्दुल्ला ने कहा कि कश्मीरी युवा 500 और 1000 के नोट के लिए नहीं मरते है।
श्री अब्दुल्ला ने डोडा जिले में जनसभा को संबोधित करते हुए कहा हमेशा भ्रम की स्थिति में रहने के बजाय राज्य के असली मुद्दों को समझने की जरूरत है, ताकि समाधान निकालकर उस दिशा में काम किया जा सके।
उन्होंने कहा कि कश्मीर एक राजनीतिक मुद्दा है और राज्य में स्थायी शांति बहाल करने के लिए राजनीतिक समाधान की आवश्यकता है।
कार्यकारी अध्यक्ष ने कहा कि पिछले चार महीनों से कश्मीर की स्थिति बहुत खतरनाक है । इसके समाधान के लिए नयी दिल्ली में बातचीत के सभी चैनल खोलने चाहिये। उन्होंने कहा यहां की अर्थव्यवस्था और कानून व्यवस्था पर बहुत बुरा असर पड़ा है केन्द्र सरकार को इसके लिए राजनीतिक समाधान निकालने चाहिये।
उन्होंने कहा कि नेशनल कांफ्रेंस लोगों के दुखों का अंत करने के लिए राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री और नयी दिल्ली में विपक्ष के नेताओं के साथ बैठक करके राज्य की स्थिति का समाधान निकालने के लिए गंभीर और ईमानदार है।