इटावा। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ योजना का लोग झंडा भले ही बुलंद कर रहे हों, लेकिन समाज में ऐसी मानसिकता के भी कुछ लोग हैं जिन्हें बेटी नहीं चाहिए मगर सुंदर बहू की लालसा जरूर रखते हैं।
औरैया की जिलाधिकारी माला श्रीवास्ताव ने आज यहां बताया कि जन्म के पांच दिन बाद पिता द्वारा तिरस्कृत की गई कंचन साल दर साल बीतने के बाद अब बेहतर शिक्षा के जरिए एक मुकाम हासिल कर रही है। उनका कहना था कि अगर किसी की मदद करने को मौका मिले तो पीछे नहीं हटना चाहिए।
उन्होने बताया कि कंचन नाम की लडकी कुछ समस्यायें लेकर उनके पास आई थी। उन्होने उसकी जो मदद हो सकती थी और शासन की जो योजनाएं है, उसका लाभ उस तक पहुंचाया।
कालेज मैनेजमेंट से बात करके उसको कानून की पढाई का अवसर उपलब्ध कराया और इसका उसने पूरा लाभ उठाया। उसने बहुत अच्छे हौसले का प्रदर्शन करते हुए एलएलबी द्वितीय वर्ष में ए ग्रेड हासिल किया जिसके लिए विश्वविद्यालय ने उसको सम्मानित किया। कंचन बहुत सारी लड़कियों के लिए एक मिसाल है। हम सबको उस पर बहुत गर्व है।