नई दिल्ली। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने आज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात की और सहकारी बैंकों के लिए और धनराशि जारी करने का अनुरोध किया । केंद्र सरकार की ओर से 500 और 1000 रूपए के पुराने नोट बंद करने के फैसले के कारण सहकारी बैंक नगदी संकट का सामना कर रहे हैं ।
संसद भवन में प्रधानमंत्री से मुलाकात के बाद अखिलेश ने कहा कि उन्होंने नोटबंदी के फैसले से पैदा हुए नगदी संकट के कारण राज्य के किसानों के सामने आ रही मुश्किलों का मुद्दा भी मोदी के सामने उठाया।
अखिलेश ने कहा कि उन्होंने केंद्र को समयसीमा बताने को कहा है कि सहकारी बैंकों को भारतीय रिजर्व बैंक आरबीआई से धनराशि कब प्राप्त होगी ।
उन्होंने कहा, ‘‘प्रधानमंत्री को लोगों की दिक्कतों के बारे में पता है । लेकिन किसान नाखुश हैं और काफी तकलीफ का सामना कर रहे हैं । यह बुवाई का वक्त है..$कई सहकारी बैंक हैं...उन्हें पैसे कब मिलेंगे?’’
सूत्रों ने बताया कि नोटबंदी के बाद लोगों को हो रही तकलीफ के मुद्दे पर अखिलेश की ओर से प्रधानमंत्री को लिखे गए पत्र के बाद दोनों नेताओं की मुलाकात हुई है ।
उन्होंने बताया कि चूंकि पहले से तय कोई एजेंडा नहीं था, इसलिए अखिलेश ने नोटबंदी के अलावा और किसी मुद्दे पर चर्चा नहीं की ।
बैंकों के बाहर कतारों में खड़े लोगों को संभालने में पुलिसकर्मियों के मनमानेपन के लिए आलोचना का सामना कर रहे अखिलेश ने आला अधिकारियों को लोगों के साथ हमदर्दी से पेश आने के निर्देश दिए हैं ।