पटना। नोटबंदी की घोषणा के पहले बिहार के प्रत्येक जिले में जमीन खरीदने मामले को लेकर मचे घमासान के बीच आज सात्तरूढ़ महागठबंधन के घटक जनता दल यूनाईटेड (जदयू) ने भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के खिलाफ हमला तेज करते हुए कहा कि भाजपा के नेता ने जमीन खरीदने के लिए दो अलग- अलग पैन संख्या का इस्तेमाल किया है।
बिहार में जदयू के मुख्य प्रवक्ता संजय सिंह और विधान पार्षद नीरज कुमार ने यहां संवाददाताओं को बताया कि भाजपा के वरिष्ठ नेता एवं प्रदेश इकाई के कोषाध्यक्ष दिलीप कुमार जयसवाल ने भागलपुर और बांका जिले में जमनी खरीदने के लिए क्रमश: दो अलग-अलग पैन संख्या एसीडीपीजे7778एफ और एएएबीबीओ157ई का इस्तेमाल किया है।
उन्होंने कहा कि जयसवाल ने केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार को सहयोग करने के लिए कानून की धज्जियां उड़ाते हुए फर्जी तरीके से दो अलग-अलग पैन नंबरों का प्रयोग किया है। इसी तरह भाजपा के एक अन्य वरिष्ठ नेता एवं विधान पार्षद संजीव चौरसिया ने भी कटिहार, सहरसा और लखीसराय में जमीन खरीदने के लिए दो अलग-अलग पैन नंबर एकेईपीके4734एच और एएएबीबीओ157एफ का इस्तेमाल किया है।
जदयू नेताओं ने कहा कि दस्तावेज संख्या 25 के अनुसार, पश्चिम चंपारण जिले के शिकारपुर में भाजपा प्रदेश इकाई के उपाध्यक्ष लालबाबू प्रसाद के नाम से जबकि एक अन्य दस्तावेज के मुताबिक एक अन्य जमीन भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह के नाम पर खरीदी गई है।
उन्होंने कहा कि भाजपा ने सात जिलों में जमीन खरीदने के लिए नकद भुगतान किया है। केवल बगहा में जमीन का एक बड़ा प्लॉट खरीदने के लिए 66 लाख रूपए का भुगतान किया गया। नोटबंदी के जरिए कालेधन के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने का दावा करने वाली भाजपा ने अररिया,अरवल,कैमूर और सीतामढ़ी जिले में नकद देकर जमीनें खरीदी है।