पहली तारीख को मुंबई में नकदी की मारामारी

Samachar Jagat | Thursday, 01 Dec 2016 06:39:22 PM
cash crisis in mumbai

मुंबई। नोटबंदी के बाद शुरू हुए नए महीने की पहली तारीख को मुंबई और उसके उपनगरीय इलाकों में आज बैंकों और एटीएम के बाहर लंबी-लंबी लाइनें दिखीं। लोग महीने की शुरूआत में खर्च के लिए नकदी निकालने में जुटे थे।

लोग तडक़े से एटीएम के बाहर कतार बांधे दिखे ताकि उन्हें जरूरत के हिसाब से नकदी मिल सके। सभी को डर सता रहा है कि कहीं उनकी बारी आने से पहले ही बैंकों में नकदी खत्म ना हो जाए।

पवई इलाके में एटीएम मेंं सबसे पहले प्रवेश करने वाले लोगोंं में शामिल निजी फर्म में पदाधिकारी प्रदीप पवार ने कहा, मुझे सिर्फ 2,000 रूपए का एक नोट मिला है, लेकिन यह मुझे महज पांच मिनट में मिल गया। अब कल मुझे फिर से नकदी निकालने आना होगा ताकि महीने के खर्च के लिए पर्याप्त धन निकाल सकूं।

एक अन्य कर्मचारी गिरिधर राठी ग्राहकोंं की मांग के अनुरूप तेजी से काम नहीं करने को लेकर बैंक कर्मचारियों से नाराज दिखे। उनका कहना है, आज सुबह वर्ली में बैंक शाखा के सामने दो घंटे लाइन में लगने के आद जब मेरी बारी आयी तो अधिकारियों ने कहा वे सिर्फ 4,000 रूपए देंगे। मैं अधिकतम सीमा 24,000 रूपए के मुकाबले कम से कम 10,000 रूपए पाने की आशा कर रहा था।

हालांकि बैंकों का दावा है कि सबकुछ सही है, कहीं कोई भीड़ नहीं है। केनरा बैंक के प्रबंधनिदेशक और सीईओ राकेश शर्मा ने बताया, वर्तमान में, हमारी किसी शाखा मेंं नकदी की कमी नहीं है। वेतन और पेंशन आने के बाद मांग में अचानक वृद्धि का अंदाजा लगाते हुए हमने शाखाओं में पर्याप्त नकदी होना सुनिश्चित किया है।

उन्होंने कहा कि बैंक के पास 102 नकदी तिजोरी हैं और सभी शाखाएं उनसे जुड़ी हुई हैं। शर्मा ने कहा, हम ग्राहकों को अधिकतम सीमा 24,000 तक नकदी निकालने दे रहे हैं।

पड़ोसी ठाणे जिले के भयंदर में रहने वाली गृहिणी संगीता हराल्कर का कहना है कि एटीएम से सिर्फ 2,000 रूपए के नोट निकल रहे हैं, ऐसे में बहुत दिक्कत हो रही है।

उन्होंने कहा,  लाइन में एक घंटे खड़े होने के बाद मुझे 2000 रूपए का बस एक नोट मिला। मैं इससे कैसे काम करूं? यह पैसा मैं अपनी कामवाली, दूधवाला और अखबार वाले में कैसे बाटूं? सरकार को समझना चाहिए कि सबकुछ अचानक कैशलेस नहीं हो सकता।
 



 

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