इंटरनेट डेस्क। भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) ने चंद्रयान-2 के लैंडर विक्रम का पता लगा लिया है। इसरो प्रमुख के. सीवन ने इसकी घोषणा की है। सीवन ने कहा कि चंद्रमा का चक्कर लगा रहे ऑर्बिटर ने विक्रम की थर्मल तस्वीरें ली हैं।

सीवन के बताया कि अभी विक्रम के साथ फिर से सम्पर्क नहीं हो सका है। इस सम्बंध में इसरो का प्रयास जारी है। एक अधिकारी ने कहा कि सही अनुकूलन के साथ यह अब भी ऊर्जा पैदा कर सकता है और सौर पैनल से बैटरियों को रिचार्ज कर सकता है। इससे पहले इसरो प्रमुख के शिवन ने कहा था कि अंतरिक्ष एजेंसी 14 दिनों तक लैंडर से संपर्क बहाल करने की कोशिश करेगी।

इसरो के एक अधिकारी ने कहा चंद्रमा की सतह पर विक्रम की हार्ड लैंडिंग ने दोबारा संपर्क कायम करने को मुश्किल बना दिया है। क्योंकि यह सहजता से और अपने चार पैरों के सहारे नहीं उतरा होगा।

इसरो के सामने अब अहम पांच सवाल उत्पन्न हो रहे है। जिसमेें पहला - लैंडर विक्रम चांद की सतह पर उतर पाया या नहीं, दूसरा- क्या विक्रम तक सूर्य की रोशनी पहुंच रही है, तीसरा-क्या विक्रम क्रैश हुआ या सतह पर दिशा भटक गया, चैथा- अगर क्रैश हुआ तो कितना नुकसान हुआ, पांचवा - क्या विक्रम दोबारा काम कर सकता है।

इसरो की ओर से लैंडर विक्रम के पता चलने का ऐलान होते ही जहां देशवासियों में खुशी की लहर दौड़ गई। दोपहर साढ़े तीन बजे से शाम छह बजे तक विक्रम लैंडर फाउंड ट्िवटर का टॉप ट्रेंड बना रहा।