श्रीनगर। जम्मू एवं कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री फारूक अब्दुल्ला ने कहा है कि भारत को अब पाकिस्तान अधिकृत जम्मू एवं कश्मीर के हिस्से वापस लेने की हिम्मत नहीं है। किश्तवार जिले में एक रैली को संबोधित करते हुए नेशनल कांफ्रेंस के अध्यक्ष ने कहा कि कश्मीर मुद्दे के हल के लिए भारत और पाकिस्तान को बात करनी चाहिए, क्योंकि युद्ध समस्या का हल नहीं है।
उन्होंने कहा कि न तो भारत सरकार को पाकिस्तान से कश्मीर के हिस्से वापस लेने की हिम्मत है और न ही पाकिस्तान को भारत से जम्मू एवं कश्मीर छीनने का साहस है। इन दोनों के बीच जम्मू एवं कश्मीर के निर्दोष लोग परेशान हैं और तनाव बढ़ने के कारण सीमावर्ती इलाके के निवासी तोप का निशाना बन गए हैं।
अब्दुल्ला की टिप्पणी भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव चरम होने के दौरान आई है। अब्दुल्ला ने भारतीय संसद में पीओके को देश का अभिन्न अंग बताए जाने वाले प्रस्ताव पर बोलते हुए कहा, …क्या ये तुम्हारे बाप का है। अब्दुल्ला राज्य की चेनाब घाटी में आयोजित एक कार्यक्रम में बोल रहे थे। कार्यक्रम में उनके बेटे और राज्ये के पूर्व मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला भी मौजूद थे। भारत मानता रहा है कि पीओके भारतीय राज्य कश्मीर का अभिन्न अंग है।
एक चैनल की रिपोर्ट के अनुसार अब्दुल्ला ने कहा, “पीओके अभी पाकिस्तान के कब्जे में है। ये भारत की निजी जायदाद नहीं है इसलिए वो उस पर अपने बाप-दादाओं से मिली जायदाद की तरह दावा नहीं कर सकता।
अब्दुल्ला कश्मीर मसले पर पाकिस्तान को भी एक पक्ष बताया। अब्दुल्ला ने कहा, “…भारत सरकार ने भी इसे स्वीकार किया है।अब्दुल्ला ने कहा कि भारत सरकार के पास पाकिस्तान से बातचीत के अलावा कोई विकल्प नहीं है ताकि “जम्मू-कश्मीर में जनता पर किए जा रहे अत्याचार का अंत हो सके।