केंद्रीय मंत्री ने पुराने नोट दिए तो अस्पताल प्रशासन ने नहीं दिया भाई का शव, भारी पड़ी नोटबंदी

Samachar Jagat | Wednesday, 23 Nov 2016 12:55:50 PM
hospital authorities did not handover brother body to the central Minister sadananda gowda Due to older notes

नई दिल्ली। नोटबंदी के चलते केंद्रीय मंत्री सदानंद गौड़ा को भी परेशानी का सामना करना पड़ा, जब वे मंगलौर के अस्पताल में अपने मृतक भाई भास्कर गौड़ा का शव लेने पहुंचे और अस्पताल ने पुराने नोट लेने से इंकार कर दिया। दरअसल, मंगलवार रात सदानंद गौड़ा के भाई का मंगलौर के एक निजी अस्पताल में लंबी बीमारी के बाद निधन हो गया। गौड़ा अपने भाई का शव लेने अस्पताल पहुंचे, अस्पताल ने पुराने नोट लेने से मना कर दिया। जिसके बाद गौड़ा गुस्सा गए।

उनके भाई पिछले कई दिनों से जॉन्डिस से लड़ रहे थे और मंगलवार को उनका निधन हो गया। गुस्साए गौड़ा ने अस्पताल प्रशासन से लिखित में जानकारी मांगी की अस्पताल ने पुराने नोट लेने से मना क्यों किया ? अस्पताल ने कहा कि नियम के अनुसार सरकारी अस्पताल पुराने नोट लेंगे, लेकिन निजी अस्पताल नहीं। शायद केंद्रीय मंत्री को इसकी जानकारी नहीं है।

बता दें कि सरकार ने 24 तारीख तक सिर्फ सरकारी अस्पतालों को पुराने नोट लेने की मंजूरी दी है। गौड़ा ने इस घटना के बाद कहा, मैंने अस्पताल प्रशासन से कहा वे लिखकर दे दें कि वे पुराने नोट नहीं लेंगे, इसके बाद ही हम किसी और कदम के बारे में सोचेंगे।

उन्होंने कहा, केंद्र ने आदेश दिए हैं कि 24 नवबंर तक अस्पताल पुराने नोट लेंगे। ऐसे में वे मना नहीं कर सकते हैं। गौड़ा अस्पताल बिल पेमेंट करने गए थे। गौड़ा का मानना है कि ऐसा करने से आम लोगों को काफी परेशानी उठानी पड़ेगी। हालांकि बाद में अस्पताल प्रशासन ने चेक के जरिए बिल की रकम ले ली।



 

यहां क्लिक करें : हर पल अपडेट रहने के लिए डाउनलोड करें, समाचार जगत मोबाइल एप। हिन्दी चटपटी एवं रोचक खबरों से जुड़े और अन्य अपडेट हासिल करने के लिए हमें फेसबुक और ट्विटर पर फॉलो करें!

loading...
ताज़ा खबर

Copyright @ 2024 Samachar Jagat, Jaipur. All Right Reserved.