नई दिल्ली। नोटबंदी के मुद्दे पर राज्यसभा में चर्चा के दौरान प्रधानमंत्री की सदन में उपस्थिति की मांग पर अड़े विपक्षी सदस्यों ने जम्मू कश्मीर में हुए आतंकी हमले में शहीद सात जवानों को श्रद्धांजलि देने की मांग को लेकर भी आज उच्च सदन में हंगामा किया जिसके कारण बैठक एक बार के स्थगन के बाद दोपहर दो बजे तक के लिए स्थगित कर दी गयी।
हंगामे के कारण आज भी प्रश्नकाल और शून्यकाल नहीं हो पाया।
राज्यसभा की सुबह बैठक शुरू होते ही विपक्षी सदस्यों ने 1000 रूपये और 500 रूपये के नोट अमान्य किए जाने के फैसले से आम लोगों को हो रही परेशानी का मुद्दा उठाया और मांग की कि प्रधानमंत्री को इस मुद्दे पर सदन में जवाब देना चाहिए।
हंगामे के बीच ही उप सभापति पी जे कुरियन ने महत्वपूर्ण दस्तावेज सदन के पटल पर रखवाए। इसके बाद उन्होंने तृणमूल कांग्रेस के सुखेन्दु शेखर राय को उनकी बात को रखने की अनुमति दी।
राय ने कहा कि उन्होंने नियम 267 के तहत एक नोटिस दिया है कि सदन एक शोक प्रस्ताव ले कर आए क्योंकि पिछले दिनों सीमा के दूसरी ओर लक्षित हमले किए जाने के बाद से पड़ोसी देश की गोलीबारी और हमलों में कम से कम 25 जवान शहीद हो चुके हैं। कल ही आतंकी हमले में दो अधिकारियों सहित सात जवान शहीद हुए हैं। इसी तरह रूपये निकालने, जमा करवाने और पुराने नोटों को बदलवाने के लिए बैंकों के आगे लगी कतारों में खड़े कई लोगों की मौत हो गयी है।
राय ने कहा कि सरकार को शहीदों तथा बैंकों की कतारों में खड़े हो कर जान गंवाने वालों को श्रद्धांजलि देने के लिए सदन में प्रस्ताव लाना चाहिए। -एजेंसी