नई दिल्ली। संयुक्त राष्ट्र के एक अध्ययन में पाया गया है कि सडक़ दुर्घटनाओं से हर साल भारत की जीडीपी को तीन फीसदी नुकसान होता है जो लगभग 58 अरब डॉलर के बराबर है।
‘यूएन इकॉनमिक एंड सोशल कमीशन फॉर एशिया एंड द पैसेफिक’ यूएनईएससीएपी के अध्ययन में कहा गया है कि मूल्य के मामले में यह देश एशिया प्रशांत क्षेत्र के 19 देशों में जापान से पीछे है।
यूएनईएससीएपी परिवहन नीति एवं विकास सेक्शन प्रमुख पीटर ओ नील ने भारत में सडक़ दुर्घटनाओं पर चिंता जाहिर करते हुए बेहतर नीतियों और खासतौर पर दो पहिया वाहन का उपयोग करने वालों को लेकर सडक़ सुरक्षा बढ़ाने के लिए सख्त नियम लागू करने की अपील की।