नई दिल्ली। रमजान के महीने में सुरक्षा बलों ने किसी रिहायशी इलाके में सर्च ऑपरेशन नहीं चलाया। इसका परिणाम यह आया कि सुरक्षाबलों और आमनागरिकों के बीच में झगड़े नहीं हुए हैं और पत्थरबाजी की कोई बड़ी घटना नहीं घटी।

इसका प्रभाव यह माना जा रहा है कि केन्द्र सरकार यह मानस बना रही है कि संघर्षविराम को और आगे बढ़ाया जाए। लेकिन पड़ौसी देश को कश्मीर की शांति रास नहीं आ रही है। इसलिए सीमा से आतंकियों को घुसपैठ जारी करवा रहा है।
इससे अनुमान लगाया जा रहा है कि सरकार किसी खास स्थान पर आतंवादियों की सूचना पर पहले की तरह कार्रवाई जारी रखी जाएगी। सूत्रों के अनुसार आंतकवादियों के खिलाफ अभियान के दौरान उस क्षेत्र की पानी और बिजली की सप्लाई काट दी जाती है।

यदि पाक आतंकवादियों को भारत की सीमा में घुसपैठ जारी रखी जाएगी तो संघर्ष विराम रखना सरकार के लिए मुश्किल होगा। पाकिस्तान की ओर से आतंकियों की घुषपैठ नहीं होगी तो संघर्ष विराम आगे भी जारी कर सकती है। इससे संघर्ष विराम को आगे बढ़ाया जा सकता है।