नई दिल्ली। जम्मू कश्मीर में सेना और पुलिस के जवानों पर बढ़ती पत्थरबाजी की घटनाओं को देखते हुए सरकार ने महिला इंडिया रिजर्व बटालियन बनाने का निर्णय किया है। 24 अप्रैल को श्रीनगर के लाल चौक में लड़कियों द्वारा पथराव की घटना को देखते हुए यह निर्णय लिया गया है।
गृह मंत्रालय के एक अधिकारी ने बताया कि जम्मू-कश्मीर में तैनाती के लिए 1000 महिला पुलिसकर्मियों की भर्ती की जाएगी। ये महिला पुलिसकर्मी केंद्र सरकार की नवगठित पांच भारतीय रिजर्व बटालियनों का हिस्सा होंगी।
हर बटालियन का खर्च करीब 61 करोड़ होगा जिसका 75 फीसदी खर्च केंद्र सरकार उठाएगी। केंद्र सरकार की रिजर्व बटालियनों में भर्ती होने वाले पुलिसकर्मियों की तैनाती उनके अपने गृह राज्य में ही की जाती है।
देशभर में कुल 144 रिजर्व बटालियनें मौजूद हैं। इनमें से चार-चार बटालियन नक्सली हिंसा प्रभावित 12 राज्यों में पहले से ही तैनात है। इनके लिए जम्मू-कश्मीर के लगभग 1.40 लाख युवाओं ने आवेदन किया है।
इनमें 6 हजार आवेदक महिला हैं। भर्ती का मकसद स्थानीय युवाओं को रोजगार देना है। इसमें 60 पद राज्य के सीमावर्ती इलाकों के आवेदकों के लिए आरक्षित हैं।