श्रीनगर। कश्मीर में पिछले चार माह से अधिक समय से जारी अशांति के बाद मंगलवार को जनजीवन सामान्य होता दिखा और पहली बार यात्री वाहन सडक़ों पर नजर आए ।
यहां दसवीं बोर्ड की परीक्षा मंगलवार से शुरू की हुई जबकि 12वीं की परीक्षा सोमवार को शुरू हुई थी।
पिछले चार माह में यहां, यह पहली बड़ी शैक्षणिक गतिविधि हैै। हिजबुल मुजाहिदीन के आतंकी बुरहान वानी के सुरक्षा बलों के साथ मुठभेड़ में मारे जाने के बाद से ही घाटी में स्कूल बंद कर दिए गए थे। अलगाववादी गुट विद्रोह और बंद के साप्ताहिक कार्यक्रम जारी करते हैं।
अधिकारियों ने बताया कि मंगलवार को शहर में सडक़ों पर बसों समेत बहुत से यात्री वाहन भी नजर आए। चार माह में ऐसा पहली बार हुआ है जब बंद के दौरान बसें सडक़ों पर दिखी।
उन्होंने बताया कि ग्रीष्मकालीन राजधानी में बसों के अलावा सडक़ों पर कैब और ऑटो-रिक्शा की संख्या में भी बढ़ोतरी दिखी। उन्होंने कहा कि शहर में लोगों के आवागमन और वाहनों की आवाजाही में बढ़ोतरी देखते हुए प्राधिकारियों ने शहर के मुख्य मार्गों पर जहां यातायात जाम था, वहां वाहनों की भीड़भाड़ को नियंत्रित करने के लिए अधिक संख्या में यातायात कर्मी तैनात किए गए हैं।
अधिकारियों ने बताया कि घाटी के जिला मुख्यालय में भी लोगों की आवाजाही और वाहनों की बढ़ोतरी की रिपोर्ट मिली है। अंतर-जिला परिवहन में भी काफी सुधार हुआ है। हालांकि, अलगाववादियों द्वारा आहूत बंद के कारण मंगलवार को लगातार 129वें दिन घाटी में सामान्य जीवन के कुछ अन्य पहलू प्रभावित रहे।
सिविल लाइन के कुछ इलाकों और शहर की बाहरी सीमा के साथ ही कश्मीर के अन्य जिलों के ग्रामीण क्षेत्रों में कुछ दुकानें खुली, लेकिन हड़ताल के कारण अधिकतर बंद रही।
लाल चौक सिटी सेंटर पर टीआरसी चौक-बटमालू पर कई पथ विक्रेताओं ने अपनी दुकानें लगाई । वहीं घाटी में मंगलवार को बैंक भी खुले जहां बड़ी संख्या में भीड़ उमड़ी। घाटी में जारी अशांति के चलते अभी तक दो पुलिसकर्मियों समेेत 85 लोगों की मौत हो चुकी है और कई हजार लोग घायल हुए हैं। करीब 5,000 सुरक्षा कर्मी भी झड़पों में घायल हुए हैं।