पटना। बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने विधानमंडल और सचिवालय विस्तारीकरण योजना के तहत बने नवनिर्मित भवनों का आज उद्घाटन किया।
नीतीश कुमार ने इस मौके पर आयोजित समारोह को संबोधित करते हुए कहा , विधानसभा एवं विधान परिषद में जगह की बहुत कमी थी। कई कमिटीयॉ बनती हैं, कमिटी के चेयरमैन को बैठने की जगह नहीं है। कमिटियों के साथ-साथ मंत्रियों के लिये भी कक्ष नहीं थे। लॉबी जो सतापक्ष और विपक्ष दोनों के लिये होती है, जगह की कमी थी, कामचलाऊ व्यवस्था में काम चल रहा था। जब इसके विस्तारीकरण का विचार आया तो विधानमण्डल एवं सचिवालय विस्तारीकरण योजना का क्रियान्वयन शुरू हुआ। दोनों भवनों की कनेक्टिविटी की गयी है। इसमें सेन्ट्रल हॉल का निर्माण किया गया है। उन्होंने कहा कि हाउस के बाद बैठने की जगह नहीं थी। दिल्ली के सेन्ट्रल हॉल की तर्ज पर यहॉ बैठने की व्यवस्था की गयी है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि बिहार विधानमण्डल की एक ही लाइब्रेरी होनी चाहिये इसलिये यहां संयुक्त लाइब्रेरी का प्रावधान किया गया है। उन्होंने कहा कि लाइब्रेरी में पुस्तक एवं दस्तावेजों को ठीक ढ़ंग से रखा जाना चाहिये। उन्होंने कहा कि लाइब्रेरी सदस्यों, पूर्व सदस्यों और शोधकर्ताओं के लिये यह उपयोगी जगह होती है। उसी ²ष्टिकोण से लाइब्रेरी कक्ष का निर्माण किया गया है, जहॉ सभी तरह की सुविधायें उपलब्ध होगी।
नीतीश कुमार ने नये भवन के खासियत की चर्चा करते हुए कहा कि इससे एक अच्छा वातावरण बनेगा। राजनीति में गपशप की जगह तो होनी ही चाहिये, ऐसी जगह होनी चाहिये जहॉं लोग प्रेम से बातचीत कर सकें। उन्होंने कहा कि इस भवन के निर्माण में बहुत सी बाधायें आयी।
विधानमण्डल सदस्यों के आवास निर्माण के संबंध में मुख्यमंत्री ने कहा कि जब वह भवन बन जायेगा तो आप देखेंगे कि कितना सुविधाजनक होगा। विधानसभा क्षेत्र के नम्बर से आवास आवंटित किया जायेगा। अत: उस विधानसभा क्षेत्र से नये सदस्य चुने जायेंगे तो पुराने सदस्य को स्वत: खाली कर देना होगा। किसी को कुछ कहना नहीं पड़ेगा। हर तरह की जरूरत के मुताबिक यह नया आवास बनेगा।
इस मौके पर उप मुख्यमंत्री तेजस्वी प्रसाद यादव ने मुख्यमंत्री को स्मृति चिह्न भेंटकर सम्मानित किया। इसके पूर्व अध्यक्ष बिहार विधानसभा विजय कुमार चौधरी ने स्वागत भाषण किया और विधायिका के लिये एक महत्वपूर्ण और ऐतिहासिक दिन बताया। समारोह को सभापति बिहार विधान परिषद अवधेश नारायण भसह, उप मुख्यमंत्री तेजस्वी प्रसाद यादव, नेता प्रतिपक्ष बिहार विधान परिषद सुशील कुमार मोदी, नेता प्रतिपक्ष बिहार विधानसभा प्रेम कुमार ने भी संबोधित किया।
कार्यक्रम की समाप्ति के बाद मुख्यमंत्री ने पूरे भवन का अवलोकन किया। उन्होंने मुख्यमंत्री कक्ष, बिहार विधान परिषद के सभापति कक्ष, बिहार विधानसभा के अध्यक्ष कक्ष तथा उप मुख्यमंत्री के कक्ष का अवलोकन किया।
इस अवसर पर मुख्यमंत्री के समक्ष बिहार विधानमण्डल योजना एवं सचिवालय विस्तारीकरण पर आधारित डॉक्यूमेंट्री फिल्म का भी प्रस्तुतीकरण किया गया।