नई दिल्ली। दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने शुक्रवार को कहा कि केंद्र सरकार का नोटबंदी को वापस नहीं लेने का फैसला दर्शाता है कि उसे आम लोगों की परेशानियों से कोई मतलब नहीं है। केजरीवाल ने एक ट्वीट कर कहा, मैं बहुत दुखी हूं कि वित्त मंत्री ने इस फैसले की समीक्षा और इसे वापस लिए जाने पर विचार तक करने से साफ इनकार कर दिया है।
मोदी सरकार को लोगों की परेशानियों से कोई वास्ता नहीं रह गया है, यह बहुत असंवेदनशील हो गई है। केजरीवाल और पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने गुरुवार को चेताया था कि यदि तीन दिन के भीतर नोटबंदी का फैसला वापस नहीं लिया जाता है तो जनविद्रोह होगा। केंद्रीय वित्त मंत्री अरुण जेटली ने गुरुवार को साफ कहा था कि नोटबंदी के फैसले को वापस लेने का सवाल ही नहीं है।
उन्होंने केजरीवाल और ममता पर लोगों में डर फैलाने का आरोप लगाया। केंद्र सरकार ने काले धन और जाली मुद्रा की रोकथाम के लिए आठ नवंबर की मध्यरात्रि से 500 और 1,000 रुपये के नोटों को अमान्य घोषित करने का ऐलान किया था, जिसके बाद से ही बैंकों और एटीएम बूथों पर लोगों की भारी भीड़ उमड़ रही है।