जालंधर। केन्द्रीय वित्त मंत्री अरुण जेटली ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के विमुद्रीकरण के ऐतिहासिक निर्णय से न केवल अर्थव्यवस्था का विकास होगा बल्कि समाजिक बदलाव होगा और आंतकवाद की कमर टूटेगी।
जेटली ने आज देश के बुद्धिजीविओं के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंभसग के जरिए बातचीत के दौरान कहा कि देश को आजाद हुए 70 साल बीत गए हैं। देश के हर नागरिक को परिवर्तन की आशा है लेकिन इसके लिए सार्थक कदम उठाने की कोई हिम्मत नहीं कर पाया। मोदी ने यह ऐतिहासिक कदम उठा कर साबित कर दिया है कि वह देश की जनता के हित में हर कठोर कदम उठाने से परहेज नहीं करेंगे।
नोटबंदी पर विरोध करने वाली कांग्रेस पर भी श्री जेटली ने कहा कि जब पी. चिदम्बरम्व वित्त मंत्री थे उस समय उन्होंने भी नकदी चलन पर कर लगाना शुरू किया था लेकिन ²ढ़ इच्छाशक्ति की कमी एवं कालाबारी करने वालों के दबाव में उक्त निर्णय वापस लिया गया। उन्होंने कहा कि आज प्रधानमंत्री द्वारा देशहित में ²ढ़ इच्छा शक्ति के चलते यह निर्णय लिया गया है और इसके दूरगामी परिणाम देखने को मिलेंगे।
इस अवसर पर प्रदेश महामंत्री संगठन दिनेश कुमार, मंजीत सिंह राय, केवल गिल, जीवन गुप्ता, सचिव विनीत जोशी, प्रदेश मीडिया प्रभारी जनार्दन शर्मा, सह मीडिया प्रभारी भगत मनोहर लाल, सुभाष गुप्ता, रभवदर कपलिश, राजेश गर्ग, सोशल मीडिया के प्रदेश सहयोजक अमित तनेजा, प्रवक्ता रजत मभहद्रू, सीमा शर्मा, अमित गोसाई, नविन भसगल, नरेंद्र परमार आदि पदाधिकारी उपस्थित थे।