नई दिल्ली। राष्ट्रपति प्रणव मुखर्जी और उपराष्ट्रपति हामिद अंसारी ने जाने-माने भौतिकशास्त्री प्रो. एम.जी.के. मेनन और कर्नाटक संगीत के मर्मज्ञ डॉ. एम. बालामुरलीकृष्ण के निधन पर शोक जताया है। राष्ट्रपति ने प्रो. मेनन की पत्नी इन्दु मेनन को आज भेजे शोक संदेश में कहा, मुझे प्रो. एम जी के मेनन के निधन के बारे में जानकर गहरा दुख हुआ है।
जाने-माने भौतिकशास्त्री एवं प्रशासक प्रो. मेनन ने विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी तथा शिक्षा राज्य मंत्री, योजना आयोग के सदस्य, राज्यसभा सांसद और भारतीय सांख्यिकी संस्थान के अध्यक्ष सहित विभिन्न पदों पर रहकर देश की सेवा की है।
मुखर्जी ने डॉ. बालामुरलीकृष्ण की पत्नी अन्नपूर्णा को भी संदेश भेजकर शोक जताया है। उन्होंने दोनों दिग्गजों के परिजनों के प्रति गहरी समवेदना जताते हुए कहा कि ईश्वर उन सभी को इस अपूरणीय क्षति को सहने की क्षमता प्रदान करें।
उपराष्ट्रपति ने अपने शोक संदेश में कहा, मुझे कर्नाटक शास्त्रीय संगीतज्ञ एम.बालमुरलीकृष्ण के निधन के बारे में जानकर गहरा दुख हुआ। देश ने एक महान प्रतिभा को खो दिया है। मैं उनके शोक संतप्त परिजनों के प्रति समवेदना व्यक्त करता हूं और दिवंगत आत्मा की शांति के लिए प्रार्थना करता हूं।
उन्होंने कहा कि डॉ. बालमुरलीकृष्ण ने अपने संगीत से देश और विदेश के संगीत प्रेमियों को मंत्रमुग्ध किया। वह तेलुगु, संस्कृत, कन्नड़ और तमिल जैसी विभिन्न भाषाओं में अपने लोकप्रिय बंदिशों के लिए मशहूर थे।
भौतिक शास्त्री एम जी के मेनन के निधन पर अपने शोक संदेश में अंसारी ने कहा, प्रोफेसर मेनन के निधन की खबर से मुझे दुख हुआ है। देश ने एक बड़ा वैज्ञानिक खो दिया है। मैं उनके शोक संतप्त परिजनों के प्रति समवेदना व्यक्त करता हूं और दिवंगत आत्मा की शांति के लिए प्रार्थना करता हूं।
उपराष्ट्रपति ने कहा कि प्रोफेसर मेनन कॉस्मिक किरणों और पदार्थ के मूलभूत तत्वों के बीच उच्च ऊर्जा संबंध के क्षेत्र में खोज के लिए प्रसिद्ध थे और उन्होंने देश में विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी के विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी।