नई दिल्ली। केंद्र सरकार ने मुस्लिम धर्म प्रचारक जाकिर नाइक के खिलाफ शिकंजा कसना शुरू कर दिया है। एनआईए ने शनिवार तडक़े जाकिर नाइक के इस्लामिक रिसर्च फाउंडेशन के खिलाफ केस दर्ज करने के बाद 10 स्थानों पर छापे मारे। एनआईए ने आतंकवाद रोधी कानून यूएपीए के तहत दर्ज एक प्राथमिकी में नाइक, आईआरएफ और अन्य का नाम शामिल किया है। एनआईए ने सभी कागजातों को सीलबंद करते हुए अपने कब्जे में ले लिया। एजेंसी के अधिकारियों के साथ काफी संख्या में मुंबई पुलिस भी मौजूद रही।
एनआईए के डीजी ने कहा कि यह कानूनी प्रक्रिया का हिस्सा है। आगे के लिए सबूतों के लिए छापेमारी की गई। सूत्रों के अनुसार, पूछताछ के लिए नाइक को बुलाया जा सकता है, वह अभी भारत से बाहर है। नाइक पर ओसामा बिन लादेन का गुणगान करने का आरोप है और उसने कहा था कि सभी मुसलमानों को आतंकवादी होना चाहिए। आरोप है कि नाइक भारत में आतंकवादी गतिविधियों को बढ़ा रहा था। सरकार ने कुछ दिन पहले ही नाइक की संस्था इस्लामिक रिसर्च फाउंडेशन पर पांच साल का बैन लगा दिया था।
जाकिर की संस्था पर गैरकानूनी गतिविधियों में शामिल होने का आरोप है। इसके पहले जाकिर नाइक के एनजीओ पर विदेश से चंदा लेने पर रोक लगाई गई थी। सरकार ने अपने गजट नोटिफिकेशन में कहा था कि जाकिर नाइक का एनजीओ गैरकानूनी गतिविधियों में तो लिप्त है ही साथ ही धार्मिक भावना भडक़ाने का भी आरोप भी आरोप लगा था।