पालदेव/मप्र। उत्तर प्रदेश की सीमा से सटे छोटे से गांव पालदेव में शिक्षा और स्वच्छता के क्षेत्र में उल्लेखनीय प्रगति हुई है और केंद्रीय मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने कहा कि उनके द्वारा गोद लिया गांव ‘अब अपने पैरों पर खड़ा है।
उन्होंने एक साक्षात्कार में कहा, दो वर्ष पहले मैंने जब इस गांव को गोद लिया तो स्कूली बच्चों के चेहरे मुरझाए रहते थे लेकिन अब उनकी तरफ देखिए, सब के चेहरे पर चमक है और सभी उत्साहित हैं। इन दो वर्षों में उनकी उपस्थिति और प्रदर्शन में इजाफा हुआ है।
केंद्रीय मानव संसाधन विकास मंत्री ने सांसद आदर्श ग्राम योजना के तहत वर्ष 2014 में सतना जिले के पालदेव ग्राम पंचायत को गोद लिया था। इन दो वर्षों में शिक्षा के पैमाने पर सुधार होता हुआ दिखा है।
उन्होंने कहा कि भोपाल और सतना में शिक्षकों के प्रशिक्षण के बाद छात्रों के प्रदर्शन में उल्लेखनीय सुधार हुआ है। वर्ष 2014 में कक्षा 10 में 11 और 12 में 28 फीसदी छात्र उतीर्ण हुए थे। पिछले वर्ष ये आंकड़ा बढक़र क्रमश 51 और 82 फीसदी जबकि इस वर्ष क्रमश 77 और 86 प्रतिशत तक पहुंच गया।
जावड़ेकर ने कहा, मेरी शीर्ष प्राथमिकता शिक्षा और स्वच्छता थी और इन दो वर्षों में मैंने इसमें परिवर्तन लाने का प्रयास किया। केवल वित्त पोषण के साथ प्रगति का विचार नहीं है बल्कि लक्ष्य गांव को आत्मनिर्भर बनाने का है।
उन्होंने कहा, गांव को अपने पैरों पर खड़ा करने के लिए मैंने यहां पर यही किया है। उन्होंने पिछले दो वर्ष में जिस प्रकार मेहनत की है, उसी को जारी रखते हुए वे यहां से गांव का भाग्य तय कर सकते हैं।