नई दिल्ली। नोटबंदी पर सरकार और विपक्ष के बीच लगातार बने गतिरोध के कारण संसद के मौजूदा सत्र के दूसरे सप्ताह भी लोकसभा की कार्यवाही विपक्षी सदस्यों के हंगामे की भेंट चढ़ गई। विपक्षी सदस्यों के शोरशराबे के कारण लोकसभा की कार्यवाही आज दिन में दो बार स्थगित की गई और भोजनावकाश के बाद इसे कल तक के लिए स्थगति कर दिया गया।
भोजनावकाश के बाद सदन की कार्यवाही जैसे ही शुरू हुई, विपक्षी सदस्य नोटबंदी पर चर्चा की मांग को लेकर नारेबाजी करते हुए फिर से अध्यक्ष के आसन के समीप पहुंच गए जिस पर उपाध्यक्ष थम्बीदुरई ने तत्काल सदन की कार्यवाही कल तक के लिए स्थगित करने की घेाषणा कर दी।
इससे पहले विपक्ष के हंगामे के कारण आज सदन की कार्यवाही दिन में दो बार स्थगित करनी पड़ी। पूर्वाह्न 11 बजे सदन की कार्यवाही शुरू होने पर अध्यक्ष सुमित्रा महाजन ने उत्तर प्रदेश में कानपुर से करीब 60 किलोमीटर दूर पुखरायाँ के समीप हुए रेल हादसे का उल्लेख किया और इस दुर्घटना में 133 लोगों के मारे जाने पर सदन की ओर से दुख जाहिर किया। इसके बाद सभी सदस्यों ने दो मिनट मौन रख कर मृतकों को श्रद्धांजलि दी। इसके बाद जैसे ही सदन की कार्यवाही शुरू हुई तो विपक्षी दलों के सदस्य नोटबंदी पर स्थगन प्रस्ताव की मांग करते हुए हंगामा करने लगे। महाजन द्वारा स्थगन प्रस्ताव की इजाजत नहीं दिए जाने पर विपक्षी सदस्य शोर शराबा और नारे लगाते हुए सदन के बीचोबीच आ गए। तृणमूल कांग्रेस के सदस्य ‘वित्तीय आपातकाल’ लिखे नारों वाली तख्तियां हाथ में थामे अध्यक्ष के आसन के समीप आ गए।
हंगामे के बीच भी अध्यक्ष ने प्रश्नकाल की कार्यवाही जारी रखी। इस दौरान कांग्रेस के अलावा तृणमूल कांग्रेस, अन्नाद्रमुक, राष्ट्रीय जनता दल, जनता दल तथा वाम दलों के साथ ही विपक्ष के सभी सदस्य लगातार हंगामा करते हुए ‘प्रधानमंत्री होश में आओ, मोदी सरकार हाय-हाय, अमीरों की सरकार हाय-हाय, गली-गली में शोर है और चौड़ी छाती कहां गई जैसे नारे लगाते रहे। कामकाज में व्यवधान होता देख अध्यक्ष ने सदन की कार्यवाही 12 बजे तक के लिए स्थगित कर दी।
बारह बजे कार्यवाही दोबारा शुरू होने पर विपक्षी सदस्य नोटबंदी पर चर्चा कराने को लेकर फिर से हंगामा करने लगे। इस दौरान अध्यक्ष ने सबसे पहले बैडमिंटन खिलाड़ी पी वी संधु को चाइना ओपन के महिला एकल का खिताब जीतने पर बधाई दी। इसके बाद शोर-शराबे के बीच रेल मंत्री सुरेश प्रभु ने पुखरायां रेल हादसे पर अपना बयान पढ़ा। इसके पश्चात अध्यक्ष ने दस्तावेज सदन के पटल पर रखवाए।
स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री जे पी नड्ढा ने सरोगेसी विनियमन विधेयक, 2016 तथा सडक़ परिवहन एवं राजमार्ग एवं जहाजरानी राज्य मंत्री मनसुख लाल मांडविया ने नावधिकरण समुद्री दावा की अधिकारिता एवं निपटारा विधेयक 2016 पेश किया।
विपक्षी सदस्य इस दौरान भी शोरशराबा करते रहे जिस पर अध्यक्ष ने उनसे शांति बनाए रखने की अपील करते हुए नोटबंदी पर चर्चा कराने का प्रस्ताव किया लेकिन नारेबाजी जारी रही। इसके बाद अध्यक्ष ने कार्यवाही दो बजे तक के लिए स्थगित कर दी।
नोटबंदी को लेकर संसद के भीतर और बाहर दोनों जगहों पर लगातार विरोध प्रदर्शन और हंगामा जारी है। विपक्षी दल इस मसले पर नियम 56 के तहत चर्चा की मांग कर रहे हैं लेकिन सरकार नियम 193 के तहत चर्चा कराए जाने की बात कर रही है। इसके कारण गतिरोध खत्म नहीं हो पा रहा है।