कोलकाता। बंगाल की मुख्यमंत्री और तृणमूल कांग्रेस सुप्रीमो ममता बनर्जी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के गरीबों के शांति से सोने वाले बयान की आलोचना करते हुए इसे आम जनता का अपमान करार दिया है।
बनर्जी ने ट्विटर पर मोदी पर निशाना साधते हुए आज कहा मेरा विनम्र निवेदन है कि आम लोगों पर इस तरह से प्रहार ना किया जाए। प्रधानमंत्री ने कल अपनी रैली में कहा कि विमुद्रीकरण के उनके फैसले के बाद गरीब लोग आराम से सो रहे हैं। यह सीधे सीधे आम लोगों के साथ मजाक है।
उन्होंने कहा आम लोग विमुद्रीकरण नीति के सबसे अधिक शिकार हुए हैं। कई अर्थशास्त्रियों ने मंदी की शुरुआत का अनुमान लगाया है और छह दिनों में ही जीडीपी में एक लाख 5० हजार करोड़ रुपये का घाटा दर्ज किया गया है। आम एवं गरीब तबका ही इससे सबसे ज्यादा प्रभावित होगा।
इससे पहले बनर्जी ने कल राष्ट्रपति प्रणव मुखर्जी से बात कर उन्हें विमुद्रीकरण की इस नीति की वजह से आम लोगों की दुर्दशा की स्थिति से अवगत कराया। मुख्यमंत्री ने कहा मैंने राष्ट्रपति से बात की और उन्हें आम लोगों की पीड़ा से अवगत कराया। 16 एवं 17 नवंबर को राजनीतिक दलों के प्रतिनिधियों से मिलने पर सहमति जताने के लिए मैंने उनका शुक्रिया अदा किया।
सुश्री बनर्जी मोदी सरकार के नोटबंदी के फैसले पर इस मुद्दे पर विपक्षी दलों को लामबंद करने के लिए कल नयी दिल्ली आ सकती हैं। सुश्री बनर्जी ने आम लोगों के हित में सरकार से इस फैसले को वापस लेने की मांग की है और विपक्षी दलों से फैसले के विरोध में एकजुट होने और संघर्ष करने का आह्वान किया है।
उन्होंने इस संदर्भ में मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) के महासचिव सीताराम येचुरी और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविद केजरीवाल से टेलीफोन पर बातचीत भी की।