नई दिल्ली। देश में नोटबंदी के सरकार के फैसले के बाद जनधन खातों में बड़ी मात्रा में धन जमा होने की पृष्ठभूमि में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज उन लोगों को चेतावनी दी जो अपने अवैध धन को रखने के लिए गरीब जनता का इस्तेमाल कर रहे हैं। मोदी ने कहा कि ऐसे लेनदेन करने वालों के खिलाफ कड़े बेनामी लेनदेन संबंधी कानून लागू किये जाएंगे।
प्रधानमंत्री ने लोगों से लेनदेन की नकदीरहित व्यवस्था को अपनाने की अपील की और युवाओं से कहा कि बुजुर्गों और अनपढ़ लोगों को इस बारे में प्रक्रिया समझाने में मदद करें।
गत आठ नवंबर को 500 और 1000 रूपए के नोटों को अमान्य करने की घोषणा के बाद अपने पहले ‘मन की बात’ रेडियो कार्यक्रम में मोदी ने 37 मिनट के प्रसारण में अधिकांश इस मुद्दे पर बात की जिस पर विपक्ष हमलावर रख अख्तियार किए हुए है।
मोदी ने कश्मीर के हालात पर भी बात की और हाल ही में वहां हुर्इं बोर्ड परीक्षाओं में छात्रों की बड़ी भागीदारी की खासतौर पर सराहना की।
नोटबंदी के संदर्भ में उन्होंने कहा, अब भी कुछ लोग सोचते हैं कि वे भ्रष्टाचार के जरिये अर्जित या बिना हिसाब वाले अपने कालेधन को अवैध तरीकों से व्यवस्था के अंदर ला सकते हैं।
उन्होंने कहा, दुर्भाग्य से वे लोग इस मकसद के लिए गरीबों का दुरपयोग कर रहे हैं और उनके खातों में पैसा जमा करने के लिए उन्हें गुमराह कर रहे हैं या प्रलोभन दे रहे हैं।
प्रधानमंत्री ने कहा, बेनामी लेनदेन से निपटने के लिए एक बहुत सख्त कानून लागू किया जा रहा है जो ऐसे लेनदेन को बहुत मुश्किल बना देगा। सरकार नहीं चाहती कि लोगों को इस तरह की मुश्किलें आएं।
प्रधानमंत्री ने कहा, मैं ऐसे लोगों को कहना चाहूंगा कि सुधार करना है या नहीं करना, यह आपकी इच्छा है। कानून का पालन करना या नहीं करना आपकी इच्छा है। कानून इसे देख लेगा। लेकिन कृपया गरीबों के जीवन से खिलवाड़ मत कीजिए।
ऐसा कोई काम नहीं कीजिए जिसकी वजह से, जब जांच हो तो गरीबों के नाम आएं और आपकी वजह से वे परेशानी में पड़ जाएं। मोदी ने कहा कि गलत तरीकों ने इतनी पैठ बना ली है कि कुछ लोग अब भी इन्हें अपना रहे हैं।
उन्होंने कहा, ये लोग बेइमानी से हासिल धन, कालेधन, बेनामी या बेहिसाब नकदी को व्यवस्था में फिर से लाने के तरीके खोजने का प्रयास कर रहे हैं। वे अपने कालेधन को बचाने के लिए अवैध तरीके खोज रहे हैं और दुर्भाग्य से इसके लिए वे गरीबों का दुरपयोग कर रहे हैं।
प्रधानमंत्री मोदी ने नोटबंदी के फैसले के बाद कठिनाइयों का सामना करते हुए भी भ्रष्टाचार और कालेधन से लडऩे के इस फैसले का समर्थन करने के लिए जनता को बधाई दी।
उन्होंने कहा कि विमुीकरण डिमोनेटाइजेशन के कदम के खिलाफ जनता को गुमराह करने के प्रयास चल रहे हैं लेकिन लोग बेहतर भारत के लिए कुर्बानी दे रहे हैं। उन्होंने युवाओं से अपील की कि ‘सच्चे सिपाहियों’ की तरह भ्रष्टाचार के खिलाफ लड़ाई में आगे रहें।
मोदी ने कहा, हमारा सपना नकदीरहित समाज का है। यह बात सही है कि हम इसे तत्काल हासिल नहीं कर सकते। लेकिन भारत निश्चित रूप से नकदी के कम प्रयोग वाले समाज लेस-कैश सोसायटी की ओर तो बढ़ ही सकता है। जब हम लेस-कैश सोसायटी की ओर बढऩा शुरू करेंगे तो नकदीरहित समाज का लक्ष्य दूर नहीं रह जाएगा।