नोटबंदी के बाद लगातार सैनिकों पर हो रहे हमलों को लेकर राजनीति गर्मा गई है। इस मुद्दें पर कांग्रेस ने सरकार पर निशाना साधा है।
कांग्रेस ने जम्मू कश्मीर के नगरोटा में सैन्य शिविर पर हुए हमले पर रोष जाहिर करते हुए आज कहा कि राष्ट्रीय सुरक्षा के नाम पर छाती ठोकने वालों के शासन में लगातार हो रहे आतंकवादी हमलों से राष्ट्रीय सुरक्षा चिता का विषय बन गयी है।
कांग्रेस प्रवक्ता अभिषेक मनु सिंघवी ने पार्टी मुख्यालय में संवाददाता सम्मेलन में कहा कि पठानकोट, उरी और अब नगरोटा में सैन्य ठिकानों पर आतंकवादी हमलों से साबित हो गया है कि भारतीय जनता पार्टी के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार राष्ट्रीय सुरक्षा में असफल साबित हो रही है।
उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय सुरक्षा आंकड़ों, जुमलों, भाषणों और प्रचार से नहीं की जा सकती। घुसपैठ की घटनाओं के साथ ही सेना के शिविरों पर पाकिस्तानी आतंकवादी लगातार हमला कर रहे हैं और इन हमलों में पिछले 15 महीनों के दौरान विभिन्न सैन्य शिविरों में 53 जवान शहीद हुए हैं।
सितम्बर के आखिर में की गयी सर्जिकल स्ट्राइक के बाद से अब तक 34 जवान शहीद हो चुके हैं। उन्होंने कहा कि पिछले ढ़ाई साल के दौरान आतंकवादी हमलों में 179 जवान शहीद हुए हैं। इस दौरान संघर्ष विराम के उल्लंघन की 1413 घटनाएं हुई हैं और 155 आतंकवादी घटनाओं में 77 नागरिकों की मौत हुई है।
कांग्रेस प्रवक्ता ने कहा कि सरकार ने पठानकोट में हुए आतंकवादी हमले के बाद एक समिति का गठन किया था और उस समिति ने राष्ट्रीय सुरक्षा को लेकर कई सुझाव दिए थे। उन्होंने सरकार से पूछा कि समिति ने राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए उपाय करने के जो सुझाव दिए हैं, उनका पालन किस स्तर पर किया गया है।