चेन्नई। शहर के इंटीग्रल कोच फैक्टरी के एक वरिष्ठ अधिकारी कथित रूप से अपने व्यक्तिगत इस्तेमाल के लिए एक अलग रेलवे सैलून का प्रयोग करने को लेकर विवादों में आ गए हैं। सीबीआई ने पूरे मामले की जांच शुरू कर दी है।
वरिष्ठ अधिकारी ने अपने घर के सामानों को पश्चिम बंगाल पहुंचाने के लिए तिरूचिरापल्ली-हावड़ा सुपर फास्ट एक्सप्रेस ट्रेन में सैलून जुड़वाया।
आधिकारिक सूत्रों ने पीटीआई-भाषा से कहा कि यह सूचना मिली कि सैलून में अधिकारी के ‘‘कुछ चीजों का परिवहन किया जा रहा है, जिसकी जांच की जानी चाहिए’’ । इसके बाद सीबीआई के भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो की एक टीम ने कल रात एक्सप्रेस ट्रेन से सैलून हटा दिया और ट्रेन सैलून के बिना चली।
सूत्रों ने कहा कि इस बात की पुष्टि हो गयी है कि सैलून में अधिकारी के व्यक्तिगत सामान और घर के सामान ले जाए जा रहे थे तथा उसमें कुछ और नहीं था।
उन्होंने कहा कि आमतौर पर इस तरह के सैलून का इस्तेमाल आधिकारिक कामों के लिए किया जाता है। सीबीआई मामले की जांच कर रही है ताकि पता लगाया जा सके कि क्या सैलून में व्यक्तिगत सामान ले जाने की कोशिश कर अधिकारी ने किसी तरह की गड़बड़ी की है।
एजेंसी ने अधिकारी से पूछताछ भी की। सैलून में रसोईघर जैसी कई तरह की सुविधाएं होती हैं और उसमें ड्राइंग एवं डाइनिंग रूम भी होते हैं।