बेलागावी (कर्नाटक)। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कालेधन के खिलाफ अपने कदम का बचाव करते हुए रविवार को कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी का इस बात के लिए मजाक उड़ाया कि 4000 रुपये बदलने के लिए वह कतार में खड़े हुए थे। मोदी ने राजधानी बेंगलुरू से लगभग 500 किलोमीटर दूर राज्य के पश्चिमोत्तर क्षेत्र में यहां आयोजित एक कार्यक्रम में राहुल का नाम लिए बगैर कहा, जिन्होंने देश को 70 सालों तक लूटा और बड़े घोटालों में शामिल रहे, वे 4000 रुपये के लिए कतार में खड़े होते हैं। मोदी का इशारा शायद कांग्रेस की ओर था, राहुल तो अभी 70 के नहीं हुए हैं।
राहुल ने शुक्रवार को नई दिल्ली के संसद मार्ग स्थित भारतीय स्टेट बैंक की शाखा से 500 रुपये के चार नोट बदलकर 4000 रुपये के नए नोट लिए थे। मीडियाकर्मियों से उन्होंने कहा था, लोग परेशान हैं, मैं यहां क्यों खड़ा हूं यह आपके बड़े मीडिया घरानों के मालिकों और मोदी जी को समझ में नहीं आएगा।
मोदी ने कांग्रेस सहित सभी विपक्षी दलों पर हमला बोलते हुए वर्षो पहले एक सार्वजनिक कार्यक्रम में अपने एक भाषण का जिक्र किया, जिसने उन्हें एक 1000 रुपये के नोट बदलने का मौका दिया।
मोदी ने कहा, मुझे आश्चर्य है कि कांग्रेस पूछ रही है कि मैंने 1000 रुपये और 500 रुपये के नोट क्यों बंद किए। जब आप की सरकार ने 25 पैसे के सिक्के पर रोक लगाई तो हमने उसका विरोध नहीं किया। आप सिर्फ 25 पैसे बंद कर सके, क्योंकि आपकी शक्ति वहीं तक सीमित थी। आप ने अपने शासन के दौरान बड़े नोट बंद नहीं किए, लेकिन मैंने किया। उल्लेखनीय है कि 30 जून, 2011 को तत्कालीन संप्रग सरकार ने 25 पैसे और 10 पैसे व पांच पैसे के नीचे के सिक्के बंद कर दिए थे।