नई दिल्ली। नोटों की आपूर्ति की किसी तरह की कमी पर ध्यान न देने पर जोर देते हुए केंद्रीय मंत्री एम वेंकैया नायडू ने मंगलवार को कहा कि एक क्रांतिकारी या परिवर्तनोन्मुखी कदम में प्रारंभ में कुछ उतार-चढ़ाव आते हैं लेकिन यह दीर्घकालीन लाभ प्रदान करता है।
वेंकैया ने कहा कि बड़े नोटों को अमान्य करने के निर्णय को पूर्ण गोपनीयता के साथ लागू किया जाना चाहिए अन्यथा गलत तरीके से धन कमाने वाले लोग इसका फायदा उठा लेंगे। उन्होंने कहा कि समानांतर अर्थव्यवस्था को समाप्त किये जाने की जरूरत है। हमारा पड़ोसी पाकिस्तान आतंकवादियों को संरक्षण दे रहा है, उन्हें उकसा रहा है, वित्त पोषण और प्रशिक्षण प्रदान कर रहा है।
भारत में 20 लाख करोड़ रुपए के फर्जी नोट हैं जो हमारी अर्थव्यवस्था को कमजोर बना रहा है। इसके साथ ही हथियारों के डीलर, तस्कर, भी हैं। केंद्रीय मंत्री ने कहा कि इस कदम से माओवादियों के अभियान पर भी लगाम लगेगी क्योंकि वे कालेधन पर निर्भर हैं। उन्होंने कहा कि कोई भी व्यक्ति माओवादियों को चेक से पैसा नहीं देगा।
बैंकों और एटीएम से पैसा निकालने के लिए लम्बी-लम्बी कतारों में खड़े लोगों की परेशानियों के बारे में वेंकैया नायडू ने कहा कि किसी भी क्रांतिकारी या परिवर्तनशील कदम में प्रारंभ में कुछ समस्याएं आती हैं और जहां भी कमी है, सरकार उसका ध्यान रखेगी। उन्होंने कहा कि अगर सरकार इस योजना के बारे में पहले सूचना दे देती तब गलत तरीके से धन अर्जित करने वाले लोग फायदा उठा लेते।
केंद्रीय मंत्री ने कहा कि अगर आप लोगों को पहले चेताते तब आप समझ सकते हैं कि क्या होता। सभी लोग उसे ठिकाने लगा देते कालेधन को। नोटों की आपूर्ति में देरी के बारे में वेंकैया ने कहा कि नोट छापने में समय लगता है और तब उसकी देश के विभिन्न बैंकों में आपूर्ति की जाती है। उन्होंने कहा कि नोट छापने में समय लगता है।
आरबीआई ने हमें इसकी जानकारी दी कि नोट छापने की प्रक्रिया में 21 दिन लगते हैं औेर तब नोटों को एक स्थान से दूसरे स्थान तक ले जाया जाता है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी ने सेना से हेलीकाप्टर प्रदान करने के लिए कहा है और इसके अलावा भी नोटों की कमी को देखते हुए पैसे को वायु मार्ग से ले जाने के लिए जो भी जरूरी होगा किया जायेगा, साथ ही बैंकिंग कोरेस्पांडेंट के साथ डाकघर की सेवाएं भी ली जा रही हैं।