वाराणसी। उत्तर प्रदेश के वाराणसी में आज किन्नर समाज ने अपने पूर्वजों का श्राद्ध कर्म कर पिण्डदान करके एक नई परंपरा की शुरुआत की है।
मोक्ष की इस नगरी में किन्नरों ने स्वामी जीतेंद्रानंद सरस्वती की देख-रेख में पिशाचमोचन कुण्ड में अपने पूर्वजों को सामूहिक रुप से पिण्डदान किया। श्राद्ध पूजन में शामिल कई किन्नरों का कहना है कि मुगलकाल के बाद यहां पहली बार किन्नर समाज ने अपने पूर्वजों के आत्मा की शांति के लिए सामूहिक तर्पण किया। उन्होंने कहा कि आगे भी यह परम्परा जारी रखने का प्रयास किया जाएगा।
स्वामी जीतेंद्रानंद का कहना है कि हजारों सालों से उपेक्षित किन्नर समाज ने अपने पूर्वजों को श्राद्ध कर्म के द्वारा नई परम्परा की शुरुआत की है, जिसकी सराहना की जानी चाहिए।