पणजी। गोवा के मुख्यमंत्री लक्ष्मीकांत पारसेकर ने कहा है कि आठ नवंबर के बाद के बैंक खाते से लेन देन का ब्योरा भाजपा अध्यक्ष को सौंपने के बारे में उन्हें कोई पत्र नहीं मिला है लेकिन वह केंद्र के सभी निर्देशों का पालन करेंगे। गौरतलब है कि कल प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने भाजपा सांसदों और विधायकों को आठ नवंबर के बाद अपने बैंक खाते से लेन देन का ब्योरा पार्टी अध्यक्ष को सौंपने को कहा।
पारसेकर ने कहा कि हर साल हम आयकर विभाग और लोकायुक्त के पास रिटर्न दाखिल करते हैं। मैंने मीडिया से सुना है...मुझे इस बारे में कोई पत्र नहीं मिला है कि भाजपा मंत्रियों और विधायकों को इसे दाखिल करने को कहा गया है।
उन्होंने कहा कि यह बहुत अच्छी शुरूआत है। मैं हर किसी को यह दाखिल करने को कहूंगा। जो कुछ भी निर्देश है हम उसका पालन करेंगे। मुझे अभी तक कोई पत्र नहीं मिला है। गोवा को 30 दिसंबर तक ‘कैशलेस’ समाज में तब्दील करने के लक्ष्य पर एक सवाल के जवाब में पारसेकर ने कहा कि करीब 70 फीसदी लोग जब मुद्दे को जान जाएंगे तो वे लोग प्रक्रिया को समझ लेंगे और बेहिचक इसे स्वीकार कर लेंगे।
उन्होंने कहा, अन्य भी इसे सीखना चाहते हैं। मैंने कोई ऐसा वास्तविक व्यक्ति नहीं पाया जिसने कहा हो कि वह कैशलेस लेन देन करने में सक्षम नहीं होगा। कैशलेस समाज का विरोध राजनीतिक है, लोगों को मंसूबा समझना होगा। लोगों ने इसका स्वागत किया है। कैशलेस लेन देन के बारे में लोगों को शिक्षित करने के लिए पारसेकर ने कहा कि बैंक अधिकारी विभिन्न बाजारों में जा रहे हैं और मोबाइल के जरिए बैंकिंग के इस्तेमाल की जानकारी दे दहे हैं।