बुझ न पाए कभी चिनगारी
उसमें जोश अंगार भरो
हर सांस भारत के लिए
मातृभूमि से प्यार करो
जिसको मनुष्य योनी मिली यह उसका सौभाग्य है और इसके साथ-साथ ही उसे हिन्दुस्तान जैसे महान देश में जन्म लेने का सौभाग्य मिला यह तो उसके लिए परम सौभाग्य ही कहा जाएगा। हमारा देश बहुत सुंदर है, अनुपम है, अद्भुत है, प्यार से भरा है, मानव सार से भरा है, यह हर हिन्दुस्तानी का गौरव है। सच में हिन्दुस्तान में हिन्दू हैं, मुसलमान हैं, सिख हैं, ईसाई हैं, जैन हैं, पारसी हैं, बौद्ध हैं, लेकिन इन सबसे पहले वे हिन्दुस्तानी हैं। हिन्दू हैं मुसलमान हैं लेकिन सबसे पहले वे हिन्दुस्तान हैं, इंसान हैं।
सिख हैं, ईसाई हैं लेकिन इन सबसे पहले वे भाई-भाई हैं। कोई पंजाबी, कोई गुजराती और कोई राजस्थानी हैं, लेकिन इन सबसे पहले वे सब हिन्दुस्तानी हैं। हमारे देश जैसी अनेकता में एकता और कहीं दुनिया में नजर आती नहीं है। शानदार परम्पराएं, गौरवशाली गाथाएं, अद्भुत दास्तानें, महान कारनामें, संकट की चुनौतियों को हिम्मत के साथ स्वीकार कर उन पर फतह करना, यह भारत की विशेषज्ञा है।
हजारों प्रकार के रीति-रिवाज है, परम्पराएं हैं, खेल हैं, त्योहार-उत्सव हैं, प्रथाएं हैं, रहने-करने के तौर तरीके हैं, संस्कृति-संस्कार हैं, जीवन के आधार है, पूजा पद्धतियां हैं, सांस्कृतिक धरोहरें हैं, अद्भुत प्रकृति है और हमारी आबोहवा में अपनापन बहता है, आत्मियता बहती है, प्रेम बहता है, करुणा सहयोग रमा हुआ है, एक-दूसरे का मान-सम्मान रमा हुआ है और यौं कहे कि भारत का जीवन सार रमा हुआ है। हमारे देशवासियों में मतभेद हो सकते हैं, लेकिन मन भेद बिल्कुल भी नहीं है और यही हमारी ताकत है, यही हमारा संगठन है, यही हमारा गौरव है।
आइए, अपने महान देश की महानता में नित नई समृद्धि जोड़े, प्रेम को बढ़ाएं, भाईचारे को मजबूती प्रदान करें, सबका सम्मान करें, सबका सहयोग करें, सबको गले लगाएं, अपने दिल मिलाए और रात-दिन एक कर दें भारत की समृद्धि के लिए क्योंकि यही भारत के संस्कार हैं, भारत के जीवन सार है।
प्रेरणा बिन्दु:-
वतन तुम्हारे चरणों में जीवन
इसको तुम स्वीकार करो
अरमान तुम्हारे गौरव का
ऊंचा इसे हर बार करो।