छोटी से छोटी चीज पाने के लिए कुछ भी खाने के लिए, कहीं पर भी जाने के लिए, कुछ भी खेलने के लिए, कुछ भी करने के लिए, यहां तक कि कुछ भी सोचने के लिए कुछ न कुछ हरकत करनी ही पड़ती है, इन सबके लिए कुछ करना पड़ता है, कुछ चलना पड़ता है, कुछ रिस्क उठाना पड़ता है, कष्ट उठाना पड़ता है तभी जाकर कुछ मिलता है।
लेकिन जब सुबह की किरण आपके माथे में ऊर्जा भरती है तो यह सबसे बड़ा सौभाग्य होता है क्योंकि श्रीप्र्रभु ने आपको एक और नई सुबह दी है ताकि आप अपने बचे हुए अच्छे काम कर सकें, और इसमें सबसे बड़ी बात यह और है कि यह नई सुबह-नया दिन प्राप्त करने के लिए आपने कुछ भी तो नया नहीं किया, यह तो श्रीप्रभु का सबसे बड़ा उपहार है क्योंकि यह उपहार दुनिया के सभी लोगों को नहीं मिलता है और बहुत सारे लोग रात को ही विदा हो जाते हैं इस दुनिया से, लेकिन आपको जो आज का यह दिन मिला है श्रीप्रभु की तरफ से वह बहुत कुछ करने के लिए मिला है, यह यौं ही जाया करने के लिए नहीं मिला है।
यह कितना बड़ा सौभाग्य है कि आज फिर से आपको सूरज के दर्शन होंगे, उसके प्रकाश और ऊर्जा से आप महक उठेंगे-चहक उठेंगे, प्यारे-प्यारे खिले हुए पुष्पों से आप खिल उठेंगे, कल-कल बहते झरनों के दर्शन मात्र से ही आपके भीतर की खुशी बाहर आ जाएगी, ये ऊंचा नीला आसमां, ये चमकते सितारे, ये दूर तक फैला सागर, ये लहलहाते पेड़, ये जीवन और आनंद देती हवा, ये आपकी प्यास तृप्त करता जल, ये आपका मन पसंद भोजन, ये आपका प्यारा सा घर, ये आपके गांव-शहर की गलियां, ये चहचहाते परिन्दे, ये आकर्षित करता भौतिक संसार सहित सब कुछ उपलब्ध करवा दिया है आज परमपिता परमेश्वर ने, यह सबसे बड़ा सौभाग्य नहीं है तो और क्या है?
इसे बहुत महत्व देना, बर्बाद मत कर देना और यह अच्छे से याद रखना कि पता नहीं मेरे लिए कल का सवेरा हो या न हो, मुझे सब कुछ आज-अभी यही कर लेना है, इसलिए श्रीप्रभु को आश्वस्त कीजिए सुबह आंखें खुलते के साथ ही हे प्रभो! मुझे जो सुबह-जो आज का दिन दिया है, उसका मैं पूरी तरह से, अच्छे से सदुपयोग करूंगा, मैं पूरे दिन खुशियों से भरा रहूंगा, दूसरों को खुशियों से भरता रहूंगा, मैं घर-परिवार, समाज, देश और मानवता के कल्याण के लिए काम करूंगा।
मैं ऐसा कोई काम नहीं करूंगा जिससे मुझे, परिवार या देश को नीचा देखने को मिले। मुझे यह अच्छे से मालूम है कि मुझे अधिक से अधिक अच्छे काम आज ही कर लेने हैं क्योंकि मेरे जीवन में कल पता हो न हो। मैं प्रकृति से और प्रत्येक व्यक्ति से बहुत प्रेम करूंगा क्योंकि प्रेम ही व्यक्ति को अमर करता है।
प्रेरणा बिन्दु:-
आज-अभी करना मुझे है
ना कभी डरना मुझे है
शान से आया था एक दिन
शान से मरना मुझे है।