उज्जैन । मध्यप्रदेश की प्राचीन नगरीय उज्जैन में स्थित विश्व प्रसिद्ध और ज्योतिर्लिगों में प्रमुख भगवान महाकालेश्वर की श्रावण और भादव महिने की अंतिम एवं शाही सवारी में दूर दराज से लाखों श्रद्धालु शामिल होगें। उज्जैन नगरी को नई दुल्हन की तरह सजाया जा चुका है।
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भगवान महाकालेश्वर की शाही सवार कल निकाली जायेगी। इस आयोजन में भारी संख्या में शामिल होने वाले श्रद्धालुओं के मद्देनजर जिला प्रशासन ने सुरक्षा के नजरिये से व्यापक रूप से इंतेजाम कर लिया है। भगवान महाकालेश्वर के पवित्र मुखौटे को परंपरागत रूप से हर वर्ष बडी श्रद्धाभाव के साथ श्रंगारित कर पालकी में रखकर श्रावण भादव के प्रत्येक सोमवार के अलावा दशहरा और कार्तिक शुक्ल पक्ष की चतुदर्शी पर सवारी निकालने की प्राचीन परंपरा है।
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पुरानी परंपरानुसार मराठा शासन से निकलने वाले पांचांग के अनुसार डेढ माह श्रावण महोत्सव बनाया जाता है। इसी कारण श्रावण के साथ भादव महिने के पहले पखवाडे तक सवारी निकलने का क्रम जारी रहता है। इस आयोजन का महत्व इतना है कि इसके उज्जैन के अलावा मालवांचल सहित आसपास के क्षेत्र के लोग शामिल होते है। इस दौरान धार्मिक नगरी ....हर हर महादेव ...जय जय महाकाल... एवं ..$ऊ नम: शिवाय.... के गगनभेदी नारो से गूंजमान होता है।
( एजेंसी )