इन्टरनेट डेस्क। भगवान विष्णु को एक ऐसे देवता के रूप में जाना जाता है जिन्होंने सबसे अधिक बार धरती पर अवतार लिया है।
एक कथा के अनुसार प्राचीन काल में जब भगवान शिव के मन में सृष्टि की उत्पत्ति का विचार हुआ तो उन्होंने अपने मन की दृष्टि से भगवान विष्णु की उत्पत्ति की। उनको चार हाथ प्रदान किए। जिनमें कई प्रकार की शक्तियां प्रदत्त की।
भगवान विष्णु के आगे के दोनों हाथ भौतिक फल देने वाले है और पीछे के दोनों हाथ मनुष्य को आध्यात्मिक का रास्ता दिखाते हैं।
कहा जाता है कि भगवान विष्णु के चारों हाथ चारों दिशाओं की भांति अंतरिक्ष की चारों दिशाओं का प्रतिरूप हैं। भगवान विष्णु के चारों हाथ ब्रह्मचर्य, गृहस्थ, वानप्रस्थ और संन्यास आश्रम का प्रतिनिधित्व माने जाते है।