मुलेठी का उपयोग अक्सर भारतीय रसोई में किसी ना किसी तरीके से काम में लिया जाता रहा है। लेकिन आपको बता दें इसका ज्यादातर उपयोग औषधी के रुप में किया जाता है। भोजन में भी इसका उपयोग शरीर को स्वस्थ रखनें के लिए ही किया जाता है। तो आइए आपको बताते है मुलेठी से शरीर पर होने वाले लाभो के बारे में।
खांसी में लाभदायक- मुलेठी को काली मिर्च के साथ खाने से खांसी में काफी आराम आता है। साथ ही खासी से गले में आने वाली सूजन भी कम करनें में सहायक होती है।
खसखस का उपयोग रसोई में भी और सेहत पर भी
गलें में खराश- गले की खराश को दूर करनें के लिए भी इसका उपयोग किया जाता है।
दिल को रोगो से रखे दूर- मुलेठी का चूर्ण घी या शहद के साथ लेनें से ह्दय संबधी रोगो को होने से बचाया जा सकता है।
फोडे होने पर- त्वचा में फोड़े- फुंसियां होने पर इसका लेप बेहद असरकारक होता है।
मुंह के छालों से दे राहत- इसके चूर्ण को मुंह के छालो पर लगाने से आराम मिलता है।
महिलाओं के लिए है बड़ी फायदेमंद- मुलेठी का एक ग्राम चूर्ण नियमित रुप से सेवन करनें से स्त्रिया अपनी योनि, सेक्स की भावना, सुंदरता को लंबे समय तक बनाए रख सकती है।
कूकर खांसी यानि काली खांसी में असरकारक है ये मसाले
खून बढ़ाए- इसके आधा ग्राम रोजाना सेवन से खून में वृध्दि होती है।
मासिक संबंधी रोग में- अधिकत्तर महिलाओं को मासिक संबधी परेशानी होती है वे एक महिने तक आधा चम्मच मुलेठी के चूर्ण को शहद के साथ मिलाकर सुबह और शाम इसके सेवन करनें से इसकी समस्या से छुटकारा मिल सकता है।
जलने पर- जलनें पर त्वचा में हुए इसके घाव पर मुलेठी और चन्दन के लेप से शीतलता मिलती है।
टीबी रोग में फायदेमंद- मुलेठी आंतो की टीबी के लिए भी फायदेमंद होती है।
आंखो की रोशनी बढ़ाए- मुलेठी के चूर्ण से आंखो की शक्ति भी बढ़ती है सुबह तीन से चार ग्राम तक इसका सेवन करना चाहिए।
अल्सर में सहायक- इससे न केवल गैस्ट्रक अल्सर वरन छोटी आतं के प्रारंभिक भाग ड्यओडनल अल्सर में भी पूरी तरह से फायदा देती है। यह अल्सर के घावों को भी तेजी से भरता है।
ताकत बढ़ाए- मुलेठी चूर्ण को दूध के साथ सेवन करनें पर यह शरीर को ताकत प्रदान करते है।