खेल डेस्क। अपनी दमदार कप्तानी की बदौलत साउथ अफ्रिकी क्रिकेट टीम को शिखर पर पहुंचाने वाले फाक डुप्लेसिस विवादों की दलदल में फंसते नजर आ रहे है. बाॅल टैंपरिंग को लेकर विवादों में आए डुप्लेसिस के लिए आने वाला समय मुश्किलों भरा हो सकता हैं.
बाॅल टैंपरिंग मामले की जांच कर रही कमेटी को टीवी फुटेज देखने से पता चला है कि डुप्लेसिस होबार्ट टेस्ट मैच के दौरान अपने मुंह से मिंट या टॉफी निकालकर गेंद पर लगा रहे हैं. अगर डुप्लेसिस पर आरोप साबित हो जाते है तो उनपर कड़ी कार्रवाई होना लगभग तय है.
क्या कार्रवाई हो सकती है डुप्लेसिस पर-
इन्टरनेशलन क्रिकेट काउंसिल (आईसीसी) के मुताबिक डुप्लेसिस पर आर्टिकल 2.2.9 आचार संहिता के उल्लंघन का आरोप लगा है. इस आरोप के तहत डुप्लेसिस गेंद की हालत बदलने के दोषी साबित किए जा सकते हैं. आईसीसी के मुख्य कार्यकारी अधिकारी डेविड रिचर्डसन ने डुप्लेसिस पर आरोप लगाकर उन पर सवाल खड़े किए हैं.
होबार्ट टेस्ट के दौरान मंगलवार को टीवी फुटेज में डुप्लेसिस अपने मुंह से थूक के साथ मिंट निकालकर गेंद पर लगाते दिखाई दिए. अगर ये आरोप साबित हो जाते हैं, तो उन पर 50 से 100 फीसदी मैच फीस का जुर्माना लग सकता है साथ ही और दो सस्पेंशन प्वाइंट और तीन या चार डिमेरिट प्वाइंट काटे जा सकते हैं.
डुप्लेसिस ने आरोपों को नकारा-
वहीं डुप्लेसिस ने खुद पर लगे आरोपों से इंकार किया है. इस मामले को अब आईसीसी के मैच रेफरी एंडी पाइक्रॉफ्ट के पास भेज दिया है. वहां सुनवाई के बाद ही डुप्लेसिस को दोषी करार किया जा सकता है.
पूर्व में भी विवादों से नाता रहा है डुप्लेसिस का-
ऐसा पहली बार नहीं हुआ है जब डुप्लेसिस पर बॉल टैंपरिंग जैसे आरोप लगे हैं. वर्ष 2013 में भी पाकिस्तान के खिलाफ दुबई टेस्ट के दौरान पाकिस्तान को पांच पेनल्टी रन दिए गए थे साथ ही डुप्लेसिस को पचास फीसदी मैच फीस का जुर्माना भी भरना पड़ा था.