विशाखापत्तनम। इंग्लैंड के बाएं हाथ के स्पिनर जफर अंसारी ने कहा कि उन्होंने भारतीय स्पिनर प्रज्ञान ओझा के एक्शन का अच्छी तरह से अनुसरण किया और जब मुरली कार्तिक काउंटी क्रिकेट में सर्रे की तरफ से खेलते थे उनसे सीखने की कोशिश की।
चौबीस वर्षीय अंसारी ने राजकोट में भारत के खिलाफ पहले टेस्ट मैच में तीन विकेट लिए थे जिनमें अंजिक्य रहाणे का विकेट भी शामिल है।
अंसारी ने यहां होने वाले दूसरे टेस्ट मैच से पहले कहा कि पहले प्रज्ञान ओझा। मैंने 2011 में पहले चार मैचों में उन्हें करीब से गेंदबाजी करते देखा। वह किस तरह से गेंदबाजी करते हैं, उनका एक्शन मैंने कुछ समय तक उसका अनुसरण किया। मुरली कार्तिक भी इसी तरह के गेंदबाज हैं। उनका रवैया, क्रीज पर उनके द्वारा बिताया गया समय, मैंने उस पर गौर किया और उनसे सीखने की कोशिश की।
वह इंग्लैंड की टीम में उन चार मुस्लिम खिलाडिय़ों में शामिल हैं जो अभी भारतीय दौरे पर आए हैं।
अंसारी ने कहा कि चार ब्रिटिश मुस्लिमों का समूह के तौर पर इसमें कुछ खास है। यह वास्तव में रोमांचक है और जिस पर हमें गर्व है। लेकिन मैं खुद को रोल माडल नहीं मानता। मैं नियमों को चुनौतियां नहीं दे रहा हूं। इसलिए मैं खुद को नए मानदंड स्थापित करने वाला नहीं मानता। मोईन अली, आदिल राशिद और हसीब हमीद भी अपने समुदाय का प्रतिनिधित्व करके शानदार भूमिका निभा रहे हैं। यह भूमिका निभानी आसान नहीं है लेकिन वे वास्तव में अच्छा कर रहे हैं।
उन्होंने कहा कि मनोवैज्ञानिक पहलू से देखा जाए तो मेरे लिये पहले की तुलना में दूसरा टेस्ट मैच आसान था।
अंसारी ने कहा कि पाकिस्तान के पूर्व स्पिनर और अब इंग्लैंड टीम के स्पिन सलाहकार सकलैन मुश्ताक केवल बेसिक्स पर काम करते हैं।
उन्होंने कहा कि वह कुछ नया नहीं करते। वह एक्शन बदलने के बारे में बात नहीं करते। वह बेसिक्स पर बात करते हैं।