पिछले दस वर्षों में टीम इंडिया ने टॉस हारने के बावजूद 17 मैच जीते है.
मोहाली क्रिकेट टेस्ट में जब भारतीय टीम टॉस हारी थी तो इंग्लैंड ने इसका जश्न मनाया लेकिन यदि आंकड़ों पर नज़र डालें तो भारत का टॉस हारने के बावजूद मैच जीतने का बेहतरीन रिकार्ड है। भारतीय क्रिकेट टीम का वर्ष 2006 से 2016 यानि की 10 वर्षों के लंबे अंतराल में घरेलू मैदान पर टेस्ट प्रारूप में टॉस हारने के बावजूद जीत और हार का रिकार्ड 17-1 का है। यह इस मामले में किसी भी टीम का सर्वश्रेष्ठ रिकार्ड भी है।
भारत ने इन 1० वर्षों में घरेलू मैदान पर 25 टेस्ट खेले हैं और इसमें उसने टॉस हारने के बावजूद 17 मैच जीते हैं और मात्र एक मैच हारा है। इसके अलावा सात मैच ड्रा खेले हैं। दूसरी ओर जब भारत ने इसी अवधि के दौरान घरेलू टेस्ट मैचों में टॉस जीता है तो उसका जीत- हार का रिकार्ड 14-4 का है। साफ है कि दुनिया की नंबर एक टेस्ट टीम अपने घर में टॉस हारने के बावजूद मैच जीतकर 'बॉस’ साबित हुई है।
दरअसल टॉस का मुद्दा इसलिए भी अहम हो गया है क्योंकि तीसरे टेस्ट से पहले मोहाली की पिच पर टॉस जीतने वाली टीम को फायदा मिलने की उम्मीद जताई गयी थी और मेहमान इंग्लैंड के कप्तान एलेस्टेयर कुक ने टॉस जीता तो उनकी खुशी का ठिकाना नहीं रहा। हालांकि कप्तान विराट कोहली के धुरंधरों ने चार दिनों में ही मैच निपटाते हुए आठ विकेट से यह मैच जीत लिया।