खेल डेस्क- भारतीय टेस्ट क्रिकेट के इतिहास में 23 नवंबर 1996 का दिन भारत के पूर्व तेज गेंदबाज जवागल श्रीनाथ के नाम दर्ज है। इसी दिन उनके 21 रनों पर छह विकेट के शानदार प्रदर्शन की मदद से भारत ने दक्षिण अफ्रीका पर अपनी पहली टेस्ट जीत हासिल की थी। दक्षिण अफ्रीका ने करीब पांच साल पहले 1991 में अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में वापसी की थी।
भारत के दौरे पर आने से पहले इन पांच सालों में दक्षिणी अफ्रीकी टीम अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में अपनी धाक जमा चुकी थी। देखते ही देखते वो दुनिया की सर्वश्रेष्ठ क्रिकेट टीमों में शुमार की जाने लगी थी। भारत के दौरे पर आने वाली दक्षिण अफ्रीकी टीम में एलन डोनाल्ड, फैनी डी विलियर्स, ब्रायन मैकमिलन और लॉन्स क्लूजनर जैसे गेंदबाज थे।
टीम के पास हैंसी क्रोंजे जैसा काबिल कप्तान और गैरी कर्सटन, एंड्रयू हटसन डैरिल कैलिनन और जॉन्टी रोड्स जैसे धाकड़ बल्लेबाज थे। भारत आने वाली दक्षिणी अफ्रीकी टीम पहले ही क्रिकेट जगत को अपने अचूक क्षेत्ररक्षण से भी चकित कर चुकी थी।
तीन टेस्ट मैचों की शृंखला का पहला मैच 20 नवंबर 1996 को अहमदाबाद के मोटेरा स्टेडियम में शुरू हुआ। भारतीय पिच का मिजाज भांपते हुए दक्षिण अफ्रीका ने पहले टेस्ट मैच में पॉल एडम्स और पैट सिमकॉक्स को अंतिम एकादश में शामिल किया।
भारतीय कप्तान सचिन तेंदुलकर ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी का फैसला किया। ये मैच भारतीय क्रिकेट प्रेमियों के लिए इसलिए भी खास है क्योंकि भारत के सर्वश्रेष्ठ टेस्ट बल्बलेबाजों में शुमार किए जाने वाले वीवीएस लक्ष्मण ने इसी मैच से टेस्ट करियर की शुरुआत की थी।
घरेलू मैदान पर भी भारतीय बल्लेबाज कुछ खास प्रदर्शन नहीं कर सके और पूरी टीम 223 रन बनाकर आउट हो गई। दक्षिण अफ्रीका के लिए एलन डोनाल्ड ने चार विकेट और डी विलियर्स ने दो विकेट चकटाए थे। लक्ष्मण को डोनाल्ड ने 11 के निजी स्कोर पर बोल्ड कर दिया था।
दक्षिण अफ्रीका भी पहली पारी में बहुत ज्यादा अच्छा प्रदर्शन नहीं कर सका। डी विलियर्स के नाबाद 67 रनों की मदद से मेहमान टीम सभी विकेट खोकर कुल 244 रन बना सकी। भारत की तरफ से पहली पारी में सुनील जोशी ने चार विकेट लिए। वहीं जवागल श्रीनाथ और नरेंद्र हिरवानी ने दो-दो विकेट लिए।
भारतीय दर्शक उम्मीद कर रहे थे कि भारतीय बल्लेबाज दूसरी पारी में दक्षिण अफ्रीका के सामने बड़ा लक्ष्य रखेंगे लेकिन उन्होने तब निराश होना पड़ा जब पूरी भारतीय टीम 190 रन पर ढेर हो गई। तेज गेंदबाज डोनाल्ड ने दूसरी पारी में भी तीन विकेट लिए।
वहीं सिमकॉक्स ने दो विकेट लिए। भारतीय बल्लेबाजों के निराशाजनक प्रदर्शन के बाद भारतीय क्रिकेट प्रेमियों पर निराशा छा गई थी। दक्षिण अफ्रीका के सामने दूसरी पारी में जीत के लिए केवल 170 रनों का लक्ष्य था और उनके पास 10 विकेट और डेढ़ दिन से ज्यादा का समय था।
भले ही बहुत सारे भारतीय पहले ही मन ही मन हार मान चुके हों लेकिन इस मैच का चौथा दिन भारतीय क्रिकेट इतिहास में जवागल श्रीनाथ के नाम दर्ज होने वाला था। उनकी तेज रफ्तार गेंदों और स्विंग के सामने दक्षिण अफ्रीकी बल्लेबाज बेबस नजर आने लगे। देखते ही देखते ही पूरी दक्षिण अफ्रीकी टीम महज 105 रन के कुल स्कोर पर ढेर हो गई और भारत ने दक्षिण अफ्रीका के खिलाप अपनी पहली टेस्ट जीत हासिल की।
जवागल श्रीनाथ ने दूसरी पारी में 11.5 ओवरों में 21 रन देकर दक्षिण अफ्रीका के छह बल्लेबाजों को पवेलियन का रास्ता दिखाया। श्रीनाथ का साथ दिया अनिल कुंबले ने जिन्होंने 12 ओवरों में 34 रन देकर तीन विकेट लिए। वहीं सुनील जोशी ने एक विकेट लिया। दोनों पारियों में कुल आठ विकेट लेने वाले श्रीनाथ को उनके शानदार प्रदर्शन के लिए मैन ऑफ मैच चुना गया था। आपको बताते चलें कि भारत ने तीन मैचों की यह शृंखला 2-1 से जीती ली थी।