खेल डेस्क- कुछ सप्ताह पहले ही न्यूजीलैंड के साथ खेले गए अंतिम टेस्ट मैच में गौतम गंभीर की बहुत लंबे अंतराल के बाद अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में वापसी हुई थी। क्रिकेट एक्सपर्ट्स और खुद गौतम गंभीर इस मौके को अपने क्रिकेट करियर में अहम मोड़ मान रहे थे। गंभीर ने न्यूजीलैंड के खिलाफ आखिरी टेस्ट मैच में एक हॉफ सेंचुरी भी लगाई और उन्हें इंग्लैंड के साथ राजकोट में खेले गए पहले टेस्ट मैच में टीम में शामिल किया गया। इस मैच की दोनों पारियों में क्रमश: 29 और 0 का स्कोर बनाया। गौरतलब है कि गंभीर को युवा बल्लेबाज केएल राहुल के चोटिल होने की वजह से टीम में स्थान मिला था, इधर गंभीर अच्छा प्रदर्शन करने में असफल रहे और दूसरी ओर कएल राहुल ने रणजी मैच में शानदार शतक जड़ अपनी फॉर्म और फिटनेस का परिचय दे दिया। नतीजन गौतम गंभीर को इंग्लैंड के साथ दूसरे टेस्ट मैच के लिए टीम से ड्रॉप कर दिया गया और केएल राहुल की वापसी हुई।
इस घटनाक्रम पर पूर्व भारतीय कप्तान सौरव गांगुली ने बड़ा बयान दिया है। गांगुली ने गौतम गंभीर के क्रिकेट करियर को लेकर चिंता जाहिर की है। उन्होंने एक स्पोर्ट्स वेबसाइट को दिए इंटरव्यू में कहा कि भारतीय टीम के मुख्य कोच अनिल कुंबले और कप्तान विराट कोहली को गौतम गंभीर के साथ बैठकर टीम में उनके भविष्य के बारे में बातचीत करनी चाहिए। गांगुली ने यह भी कहा कि गंभीर को खुलकर अपना गेम खेलने की आजादी मिलनी चाहिए।
गांगुली ने कहा, ‘भारतीय टीम को गौतम गंभीर के भविष्य पर फैसला लेने की जरूरत है। टीम में यदि उनकी जरूरत है तो उन्हें इस बारे में साफ साफ बताना चाहिए। उन्हें खेलने का मौका मिलेगा या नहीं, एक टेसट मैच खेलने को मिलेगा या एक भी नहीं मिलेगा इस बारे में कप्तान और कोच को उनको साफ साफ बताना चाहिए। गंभीर के उपर बहुत दबाव है और यह उस खिलाड़ी के साथ नाइंसाफी है। यदि आपने उन्हें टीम में चुना था उनको खुद को साबित करने के लिए कुछ मौके मिलने चाहिए थे।’
गांगुली ने कहा कि टीम इंडिया को गौतम गंभीर को बिना किसी दबाव में आए हुए खेलने देना चाहिए। उन्होंने कहा, ‘यह किसी के लिए आसान नहीं है कि वो हर टेस्ट मैच में अच्छा खेले। हम दुनिया की सबसे अच्छी टीम हैं। मुझे लगता है कि टीम को यदि लगता है कि गंभीर उनके लिए उपयोगी हैं तो उन्हें बिना किसी दबाव के अपना गेम खेलने की आजादी दी जानी चाहिए।’