नई दिल्ली। केंद्रीय खेल मंत्री विजय गोयल ने गुरुवार को कहा कि भविष्य के ओलंपिक खेलों में प्रदर्शन सुधारने के लिए रियो ओलंपिक में भारत के प्रदर्शन से सही सबक सीखने की जरुरत है।
गोयल ने यहां राष्ट्रीय खेल महासंघों (एनएसएफ) के साथ अपनी पहली बैठक को संबोधित करते हुए यह बात कही। बैठक रियो ओलंपिक में भारत के प्रदर्शन और भविष्य के रोडमैप पर चर्चा के लिए बुलाई गई थी। खेल मंत्री ने कहा,भविष्य के ओलंपिक खेलों में प्रदर्शन सुधारने के लिए रियो ओलंपिक में भारत के प्रदर्शन से सही सबक सीखने की जरुरत है। सरकार और एनएसएफ सहित सभी अंशधारकों को खेलों में श्रेष्ठता का स्तर हासिल करने के लिए एक साथ मिलकर काम करना होगा।
खेल मंत्री ने कहा, खेलों में सुशासन और पारदर्शिता को लाना होगा और एनएसएफ को लोगों में भरोसा दिलाना होगा। खिलाड़ी भी एनएसएफ के अंदर फैसले लेने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकते हैं। एनएसएफ को‘सभी के लिए खेल’और‘खेलों में श्रेष्ठता’के दोहरे उद्देश्यों को हासिल करने होगा। सरकार खेलों को बढ़ावा देने के लिए प्रतिबद्ध है और खुद प्रधानमंत्री खेलों को आगे ले जाना चाहते हैं।
गोयल ने साथ ही कहा,एनएसएफ को इस मौके का फायदा उठाते हुए भविष्य के लिए रोडमैप तैयार करना चाहिए और अपने आंतरिक मतभेदों को पीछे छोड़ देना चाहिए। खेल मंत्री ने खेलों की बेहतरी के लिए एनएसएफ से खुद को नियंत्रित रखने की अपील भी की।
बैठक में एनएसएफ के प्रतिनिधियों ने खेलों के लिए धन बढ़ाने, कारपोरेट धन लाने, कोचों और खिलाडिय़ों के प्रदर्शन पर निगरानी रखने, जरुरी खेल ढांचा बनाने और खिलाडिय़ों को नौकरी देने की जरुरत पर बल दिया। बैठक में भारतीय ओलंपिक संघ के अध्यक्ष एन रामचंद्रन और महासचिव राजीव मेहता तथा खेल मंत्रालय और भारतीय खेल प्राधिकरण के वरिष्ठ अधिकारी शामिल हुए।