मध्य प्रदेश को कुबेर का खजाना कहा जाता है। यहां ऐसी बहुत सी जगह हैं जिसे देखकर आप कहीं और जाने का इरादा भूल जाएंगे, क्योंकि प्रकृति ने यहां खूबसूरती बिखेरने में कोई कसर नहीं छोड़ी है। यहां की नदियां, पहाडियां, झरने और जंगल काफी खूबसूरत हैं इसलिए देश-दुनिया के पर्यटक और प्रकृति के दीवाने इन्हें देखने के लिए यहां आते हैं। छिंदवाड़ा से करीब 50 किमी दूर मोहखेड़ के पास देवगढ़ किला स्थित है। यह 18वीं शताब्दी का बना हुआ है।
यह मध्यभारत के बड़े राजवंश का केन्द्र बिंदु था और गोंडवंश के राजाओं की राजधानी के रूप में प्रसिद्ध था। इसका उत्पादन प्रतापी राजा जाटव के द्वारा हुआ, यह किला पहाड़ी पर बनाया गया है और गहरी खाई से लगा हुआ है। इस किले में आप उत्तर दिशा से प्रवेश कर सकते हैं, यह किला ऐतिहासिक महत्ता की कहानी को बयां करता है। इस किले में एक तालाब है जो मोतीटांका के नाम से जाना जाता है। देवगढ़ के नीचे धुरवा राजाओं की समाधि है। यहां आकर यहां के इतिहास को जानने का पूरा मौका मिलता है। अगर आप भी इतिहास को जानने के शौकीन हैं तो यहां पर एक बार जरूर जाएं।