गोण्डा। गोण्डा में बाढ़ के संकट से जूझ रहे जिला प्रशासन के सामने अब नई परेशानी खड़ी हो गई है। एल्गिन चरसड़ी बंधे पर कई जगहों पर रैट होल मिले हैं, जिससे यह फिर घाघरा के निशाने पर है।
स्थिति को देखते हुए इंजीनियरों की दो टीमें बंधे को बचाने के लिए लगा दी गई हैं। रैटहोल के चलते बांध में रिसाव शुरू हो चुका है। विगत वर्ष भी बांध का यही हिस्सा घाघरा के निशाने पर था और कुछ दूरी पर बांध का आधा हिस्सा कटकर नदी में समाहित हो चुका था।
रिसाव की जानकारी होते ही अभियंताओं ने गिट्टी-मौरंम भरवाकर ऐसे रैट होलों को बन्द करवाने का काम तेज कर दिया है। बांध का यह हिस्सा काफी कमजोर माना जा रहा है। इस क्षेत्र में बड़ी संख्या में चूहों ने इस पार से उस पार तक बिल बना लिए है।अब चूंकि घाघरा का पानी बांध से आ सटा है, जिसकी वजह से बांध में रिसाव शुरू हो गया है।
रैट होल से कमजोर हुआ बांध
रैट होल से जगह-जगह बांध अत्यधिक कमजोर हो चुका है, जिससे करीब एक लाख से अधिक की आबादी प्रभावित हो सकती है।
मौजूदा समय में चल रहे कार्य में कटर व कटवन को मजबूत बना कर बांध को बचाने पर पूरा ध्यान दिया जा रहा है, जबकि कमजोर हो चुके बांध पर किसी का ध्यान नहीं है। बाढ़ प्रभारी एडीएम त्रिलोकी भसह ने बताया कि प्रशासन पूरी तरह से सजग है। बंधे को किसी तरह की क्षति नहीं होगी।