कार के मंहगें होनें का मतलब व्यर्थ है अगर उसमें सुरक्षा के पुख्ता इंतजामात ना हों। इसी को मद्देनजर रखते हुए कई कंपनियां कार में एयरबैग जैसे महत्वपूर्ण सेफ्टी फीचर को ला रही है।
सुरक्षा की दृष्टि से देखा जाए तो कंपनियां एयरबैग के उपयोग को लेकर काफी सजग है। वें चाहती है कि अपनी कारों में सुरक्षा की दृष्टि से इस फीचर का उपयोग किया जाए। इस नए फीचर को भारत में आए अभी ज्यादा समय नहीं हुआ है लेकिन सेफ्टी फीचर के तौर पर इसनें कई कारों में अपनी जगह बनाई है। अभी भी कुछ ऐसी बाते इसके बारे में जिसे जानना बेहद जरुरी है। तो आइए जानते है एयरबैग ही नहीं कुछ ऐसे फीचर्स जिनके बारे में आपको जानना बेहद जरुरी है। सुरक्षा से जुड़ी कुछ ऐसी महत्वपूर्ण बातें जो की आपकी सुरक्षा को पुख्ता बनाते है।
शायद ही आप ये बात जानतें हो कि एयरबैग के भी एक्सपायरी डेट होते हैं। हालांकि एयरबैग के फ़ंक्शन के लिए जिन पुर्ज़ों का इस्तेमाल किया जाता है, वह बेहद मज़बूत होते हैं, लेकिन फिर भी कई कंपनियां कार निर्माता एयरबैग रिप्लेसमेंट के लिए एक समय सीमा तय करते हैं। ये बहुत हद तक एयरबैग इग्नाइटर पर निर्भर करता है।
डाइग्नोस्टिक फंक्शन से लैस होती हैं ये कारें
आपको बता दें कि जिन कारों में एयरबैग लगे होते हैं, उनमें एक डाइग्नोस्टिक सिस्टम लगा होता है, जिन्हें हम SRS (Supplemental Restraint System) के नाम से जानते हैं। ये सिस्टम पूरी तरह से एयरबैग के लिए होता है जो कि बताता रहता है कि एयरबैग पूरी तरह से काम कर रहा हैया नही। इस सिस्टम को समझने का तरीका बेहद आसान है। जैसे ही आप अपनी कार स्टार्ट करते हैं, आपकी कार की मीटर में लगे SRS इंडिकेटर्स कुछ सेकेंड के लिए जल जाते हैं। अगर SRS इंडिकेटर कुछ सेकेंड्स के बाद ऑफ नहीं होते या फिर जलते रह जाते हैं तो समझ जाइए कि आपके एयरबैग में कोई ना कोई दिक्कत है।
= शायद आप ये बात नहीं जानते होगें कि किसी भी टक्कर के बाद एयरबैग के खुलने की रफ्तार 322 किलोमीटर प्रति घंटे तक हो सकती है। हालांकि ये पूरी तरह से कार मॉडल पर भी निर्भर करती है।
= कार में लगी सीट बेल्ट का भी एयरबैग के फंक्शन से गहरा संबंध होता है। एयरबैग को बनाते वक्त इस बात का भी ख्याल रखा जाता है कि गाड़ी में बैठे आदमी ने सीट बेल्ट लगा रखा हो। इसलिए सिर्फ एयरबैग के भरोसे ना बैठें। गाड़ी में बैठते ही सीट बेल्ट को भी जरूर लगाएं।
= ये आवश्यक है कि अगर किसी दुर्घटना या किसी अन्य कारण से कार का एयरबैग खुल जाता है तो किसी ऑथोराइज्ड डीलरशिप या वर्कशॉप में ही उसे ठीक करवाएं ताकि किसी भी तरह की चूक से बचा जा सके।
= चाइल्ड सीट को कभी भी एयरबैग के सामने ना रखें।
= ये आपको सुझाव है कि कभी भी 13 साल या उससे कम उम्र के बच्चों को आगे की सीट पर ना बैठाएं। उन्हें हमेशा पीछे की सीट पर बैठाएं। क्योंकि एयरबैग खुलने की स्थिति में बच्चे एयरबैग की चोट से गंभीर रूप से घायल हो सकते हैं।