नयी दिल्ली। सरकार के सुधार के एजेंडे के अनुरूप और अर्थव्यवस्था के वंचित और उपेक्षित क्षेत्र में ऋण के प्रवाह में सुधार करने के लिए, पंजाब नेशनल बैंक ने लेंडिग कार्ट फाइनेंस लिमिटेड के साथ चौथा को-लेंडिग समझौता किया है।
बैंक ने यहां जारी बयान में कहा कि यह व्यवस्था डिजिटल अंडरराइटिग और नकदी प्रवाह आधारित उधार पर केंद्रित होगी। अंतिम लाभार्थी एमएसएमई उधारकर्ता होंगे जिन्हें बैंकों से निधियों की कम लागत और एनबीएफसी की अधिक पहुंच को ध्यान में रखते हुए अधिक पहुंच के साथ एक किफायती दर पर निधि प्राप्त होगी।
आरबीआई को-लेंडिग मॉडल (सीएलएम) के अनुसार, बैंक और एनबीएफसी ग्राहक को क्रमश: 80 प्रतिशत और 20 प्रतिशत के अनुपात में को-लेंडिग करेंगे। हालांकि, एनबीएफसी ग्राहक के लिए इंटरफेस के एकल केंद्र के रूप में कार्य करेगा और ऋण की संपूर्ण अवधि के दौरान ऋण सेवा प्रदान करेगा।