लखनऊ: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज 25 नवंबर को दोपहर 1 बजे उत्तर प्रदेश के गौतम बुद्ध नगर के जेवर में नोएडा अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे का शिलान्यास करने जा रहे हैं. इसके अलावा आपको यह भी बता दें कि यूपी देश का पहला ऐसा राज्य होगा, जिसके पास 5 इंटरनेशनल एयरपोर्ट होंगे। दरअसल जेवर में बन रहा यह एयरपोर्ट दिल्ली-एनसीआर का दूसरा इंटरनेशनल एयरपोर्ट होगा और कहा जा रहा है कि इसके बनने के बाद इंदिरा गांधी इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर भी इसके बनने से दबाव कम होगा. आप सभी को बता दें कि यह एयरपोर्ट यूपी के औद्योगिक, आर्थिक और पर्यटन के विकास के लिए मील का पत्थर साबित होगा।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया की मौजूदगी में 2023-24 में हवाई अड्डे के शिलान्यास का पहला चरण पूरा होने की बात कही जा रही है। आपको यह भी बता दें कि राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र में जेवर हवाई अड्डा औद्योगिक गतिविधियों और सेवा क्षेत्र का प्रमुख केंद्र बनेगा। कहा जाता है कि पहला चरण 10,050 करोड़ रुपये से अधिक की लागत से विकसित हो रहा है। यह 6200 हेक्टेयर में एशिया का सबसे बड़ा हवाई अड्डा होगा। मिली जानकारी के अनुसार पहले चरण में 1334 हेक्टेयर में दो रनवे बनाए जाएंगे और पहले चरण में 1.2 करोड़ यात्रियों के यात्रा करने की उम्मीद है. हवाई अड्डे पर कार्गो सुविधा के अलावा, एमआरओ प्रणाली भी उपलब्ध होगी और पहले चरण का काम पूरा होने के बाद हवाई अड्डे की वार्षिक क्षमता 1.2 करोड़ यात्रियों की होगी।
दरअसल, योगी सरकार ने दावा किया है कि यह एशिया का सबसे बड़ा और दुनिया का चौथा सबसे बड़ा एयरपोर्ट होगा। एयरपोर्ट पूरी तरह से प्रदूषण मुक्त होगा। इतना ही नहीं, यह भारत का पहला एयरपोर्ट होगा, जहां इंटीग्रेटेड मल्टी-मोडल कार्गो सेंटर होगा और जहां से सारा फोकस लॉजिस्टिक्स खर्च और समय को कम करने पर होगा। कहा जाता है कि हवाई अड्डे पर कार्गो टर्मिनल की क्षमता 20 लाख मीट्रिक टन है और इसे बढ़ाकर 80 लाख मीट्रिक टन किया जाएगा।