अगर आपने अभी तक पीएम किसान संबंधी ई-केवाईसी पूरा नहीं किया है तो आपकी 11वीं किस्त रुक सकती है।
- पीएम किसान निधि के लाभार्थियों को मिलेगी 11वीं किस्त
- उससे पहले प्लान का इतना बड़ा अपडेट
- इसके बारे में जानें
पीएम किसान निधि के लाभार्थी 11वीं किस्त का इंतजार कर रहे हैं। सरकार द्वारा 11वीं किस्त की घोषणा करने से पहले लाभार्थी को केवाईसी करने को कहा गया है। केवाईसी के लिए अब आपको आधार सेवा केंद्रों पर जाने की जरूरत नहीं है। यानी आप घर बैठे भी केवाईसी पूरा कर सकते हैं।
ओटीपी पंजीकरण
इसके लिए आपका सपोर्ट और मोबाइल नंबर लिंक होना चाहिए। अगर ये दोनों लिंक हैं तो आप मोबाइल या लैपटॉप से ओटीपी के जरिए ई-केवाईसी की प्रक्रिया को पूरा कर सकते हैं। आपको बता दें कि पीएम किसान पोर्टल पर आधार आधारित ओटीपी पंजीकरण कुछ दिनों के लिए बंद था जिसे अब फिर से शुरू कर दिया गया है।
31 मई से पहले ई-केवाईसी पूरा करें
अगर आपने अभी तक पीएम किसान संबंधी ई-केवाईसी पूरा नहीं किया है तो आपकी 11वीं किस्त रुक सकती है। आधार आधारित ई-केवाईसी को पीएम किसान पोर्टल पर फिर से लॉन्च किया गया है। दरअसल सरकार द्वारा ई-केवाईसी नियमों को अनिवार्य कर दिया गया है।
ई-केवाईसी कैसे करें?
सबसे पहले अपने मोबाइल या लैपटॉप में पीएम किसान वेबसाइट (pmkisan.gov.in) खोलें। यहां आपको दाईं ओर ई-केवाईसी का लिंक दिखाई देगा।
यहां आधार से जुड़ा मोबाइल नंबर दर्ज करें और सर्च बटन पर टैप करें।
अब आपके मोबाइल पर 4 अंकों का ओटीपी आएगा। इसे दिए गए बॉक्स में टाइप करें।
फिर से आपको सपोर्ट ऑथेंटिकेशन के लिए बटन पर टैप करने के लिए कहा जाएगा। इसे टैप करें और आधार से जुड़े मोबाइल नंबर पर एक और 6 अंकों का ओटीपी भेजा जाएगा। इसे भरें और सबमिट पर टैप करें।
इसके बाद आपका ईकेवाईसी पूरा हो जाएगा अन्यथा अमान्य लिखा जाएगा। अगर ऐसा होता है तो आप आधार सर्विस सेंटर में जाकर इसमें सुधार कर सकते हैं। अगर ईकेवाईसी पहले ही हो चुका है, तो संदेश ईकेवाईसी पहले ही हो चुका है।
30 जून तक होगा सोशल ऑडिट
यह भी पता चला है कि सरकार की ओर से एक मई से 30 जून के बीच सोशल ऑडिट कराया जा रहा है. इस अंकेक्षण में ग्राम सभा द्वारा पात्र एवं अपात्र व्यक्तियों की जानकारी एकत्रित की जायेगी। इसके बाद अपात्र लोगों के नाम सूची से हटाकर पात्र लोगों के नाम जोड़े जाएंगे।
11वीं किस्त कब आएगी?
राज्य सरकारों द्वारा योग्य किसानों के स्थानांतरण के लिए अनुरोध (RFT) पर हस्ताक्षर किए गए हैं। इसके बाद एक एफटीओ जनरेट होगा। इसके बाद लाभार्थी के खाते में पैसा आना शुरू हो जाएगा। आपको बता दें कि केंद्र सरकार की इस योजना में 12.5 करोड़ किसान पंजीकृत हैं।