- SHARE
-
भारतीय रेलवे ने ट्रेनों की देरी पर रिफंड देने की प्रक्रिया में बड़ा बदलाव किया है। अब यह सुविधा केवल सरकारी ट्रेनों तक सीमित कर दी गई है, जबकि प्राइवेट ट्रेनों के यात्रियों को इस सुविधा का लाभ नहीं मिलेगा। रेलवे ने सूचना के अधिकार (RTI) के तहत इस निर्णय की जानकारी साझा की है।
प्राइवेट ट्रेनों के लिए रिफंड बंद
-
क्या था पहले:
- ट्रेन लेट होने पर यात्रियों को उनके टिकट पर रिफंड मिलता था।
- देरी की स्थिति में पानी और खाने की सुविधा भी दी जाती थी।
-
क्या बदला:
- प्राइवेट ट्रेनों के लिए रिफंड की प्रक्रिया समाप्त कर दी गई।
- सरकारी ट्रेनों में देरी पर रिफंड प्रक्रिया जारी रहेगी।
रिफंड का इतिहास
- 2019-2024:
- 26 लाख रुपये यात्रियों को रिफंड किए गए।
- 2023-24 में 15.65 लाख रुपये का रिफंड सबसे ज्यादा दिया गया।
- रिफंड नियम:
- 1-2 घंटे की देरी पर 100 रुपये।
- 2-4 घंटे की देरी पर 250 रुपये।
- टिकट कैंसिल करने पर पूरा किराया वापस।
प्राइवेट ट्रेनों की स्थिति
- वर्तमान में तेजस एक्सप्रेस नाम की दो प्राइवेट ट्रेनों का संचालन:
- नई दिल्ली से लखनऊ (2019)।
- अहमदाबाद से मुंबई (2020)।
- अब इन ट्रेनों में देरी होने पर यात्रियों को रिफंड नहीं मिलेगा।
रिफंड बंद होने का असर
रेलवे का यह फैसला यात्रियों के लिए आर्थिक राहत खत्म कर सकता है। खासकर उन यात्रियों के लिए जो प्राइवेट ट्रेनों का इस्तेमाल करते हैं। हालांकि, रेलवे ने इस बदलाव का कोई स्पष्ट कारण नहीं बताया है।
DISCLAMER: इस न्यूज़ को इस https://pmsmahavidyalayaadmission.in/railways-irctc-closed-compensation-service-for-train-delay-railway-revealed-in-rti/ वेबसाइट से लेके एडिट किया गया है।