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अपहरण के मामले प्रायकर देखने को मिल जाते है। मगर यह मामला अपने आप में अजीब है,जिसे लेकर पुलिस और बच्ची मां ने हैरानी जताई है। घटना के अनुसार देवरिया की रहने वाली एक लड़की की शादी इस्मालिया गांव के पवन से हुई थी।आंचल गांव में नहीं रहना चाहती थी। इसी बात को लेकर परिवार में कलह रहने लगी। संयोग से उनके पडौस में रह रही चार साल की बच्ची लक्ष्मी से दोस्ती हो गई। हाल यह हो गया कि दोनों एक दूसरे से किसी भी हालत में दूर नहीं रह सकती थी।
ससुराल वालों को यह पसंद नहीं था। इसका विरोध होने पर गृह में कलह रहने लगी। आंचल ने लक्ष्मी के अपहरण का प्लान बनाया। शनिवार को शाम के समय पांच बजे के आस पास उसे अपने साथ ले गई। लक्ष्मी और आंचल जब दिखाई नहीं दी तो,उनकी खोजबीन शुरू की। पुलिस में गुमसुदी की रिपोर्ट दर्ज करवाई। जब काफी तलाश के बाद भी उनका पता नहीं चला तो घर के आस पास लगे सी सी टी वी कैमरे को चैक किया। जिसमें आंचल मासूम लक्ष्मी को साथ ले जाती हुई दिखाई दे गई। सांपला पुलिस को इसकी जानकारी देकर साइबर सेल को एक्टिव कर दिया।
पुलिस से बचने के लिए आंचल ने अपना मोबाइल बंद कर दिया। कुछ समय बाद जब मोबाइल को ऑन किया तो पुलिस लोकेशन का पता चल गया। पुलिस की टीम दिल्ली के लिए रवाना हो गई पुलिस को महिला की लोकेशन आनंद विहार रेलवे स्टेशन मिली तो रात बारह बजे बच्ची को छुड़वा दिया। बच्ची के अपहरण के आरोप में आंचल को जेल की सजा भुगतनी पड़ी।