जयपुर। शादी को लेकर हर लड़की के अरमान होते है। मन पसंद का ससुराल और प्यारा सा जीवन साथी। मगर हर किसी की किस्मत में यह सुख नहीं मिलता। कुछ ऐसा ही एक मामला हर किसी की जुबान पर है। यह नजारा जागृति विहार सेक्टर 8 का है। सेना से रिटायर अफसर का मॉर्डन सा मकान है। घर के बाहर सुंदर सी रंगोली बनी हुई है।
रंग बिरंगी बल्वो की लड़ियां अपनी खूबसूरती पर इतरा रही है। विवाह का घर है। महमानों का आना जाना लगा हुवा है। बारात कुछ ही देर पहले ही,नई दुल्हन के साथ लौटी है। लेडीज का अलग कमरा रिजर्व रखा गया है। यही डबल बेड पर दुल्हन को बिठाया गया है । चाय नाश्ते की प्लेट दुल्हन के सामने ही रखी है। तभी दुल्हन फ्रेश होने का कहकर, अटैच बाथ रूम चली जाती है। कोई एक घंटा गुजरता है,मगर भीतर से किसी तरह की हलचल सुनाई नहीं देने पर, दोनो नंदे अपनी नवेली भाभी को आवाज़ देती है।कोई रिस्पॉन्स नहीं होने पर जोर जोर से रोने लगती है। घर में हड़कंप सा मच जाता है।
जेठ लेडीज रूम में आता है। कई देर तक जोर जोर गेट बजा कर माथे पर आए पसीने को पोंछने लगता है। सभी की राय बनती है। गेट तोड़ो फोरन। ना जाने किस बात का ग्रहण लगा है। शुभ शुभ बोलों जी। कुछ ही देर के बाद बाथ रूम का लकड़ी का गेट टूट कर झूल जाता है। भीतर का सीन बड़ा ही खौफनाक है। वहां के फर्श पर दुल्हन बेहोशी की हालत में अचेत पड़ी है। आनन फानन में उसे हॉस्पिटल ले जाया जाता है। पर डॉक्टर की ओर से,निराशा जनक जवाब शी इस नौ मोर का जवाब सुनने को मिलता है। वहां मौजूद पति और पीहर वालों के चेहरे उतर जाते है। रोने सिसकियों की आवाजें सुनाई देने लगती है।
सवाल उठता है, आखिर माजरा क्या है।पुलिस को खबर की जाए या फिर सीधे ही, डेड बॉडी को मृतका के ससुराल ले जाया जाय। सभी की राय बनती है,पुलिस के चक्कर में पड़ना ठीक नहीं रहेगा। जो होना था सो हो गया। जो गई वो लौटने वाली नहीं है। शव के पोस्टमार्टम में भी निकलना क्या है। ले देकर जो मामला हुवा,हो गया। सारा घटना क्रम इस तरह सामने आता है । जागृति विहार के सेक्टर 8 में रहने वाले पारस कुमार इंजिनियर है। दो दिन पहले उनकी शादी गाजियाबाद की वैशाली के साथ हुई।
गुरुवार को शादी की रस्में पूरी हुई है। शुक्रवार को दुल्हन की विदाई हुई थी। सारा आयोजन घूम धाम से होगया। किसी तरह का कोई तनाव या घटना कुछ भी तो नहीं। मगर अफसोस। यह लफड़ा क्या हुवा । दोनों परिवार में मातम छा गया। दूल्हे के पिता जो रिटायर फौजी है, घटनाक्रम को लेकर बताते है, शादी की सभी रस्में अच्छे से हो गई थी। शनिवार को भजन कीर्तन का कार्यक्रम था, तभी दुल्हन नहाने को बाथरूम गई। जब देर तक वह नहीं आई तो घर में सभी को चिंता हुई। तभी सास ने दरवाजा खटखटाया और दुल्हन की मौत का पता चला। आनन फानन में बहु को जिस कार में लाया गया था। उसी सजी धजी कार से आनंद हॉस्पिटल ले जाया गया था। वहां के डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया।
परिवार के सदस्य लाश को लेकर घर आए, और मायके वालों को तमाम वाकिए जी दी। उनकी मौजूदगी में आम सहमति से उसका दाह संस्कार कर दिया । पुलिस को इसकी जानकारी थी मगर दोनो पक्ष ने इसकी की जानकारी दी। सारा घटनाक्रम चर्चा तक सीमित रहा।